एक इंटरव्यू के दौरान अंजुम ने बताया, मेरी फैमिली काफी सख्त और रूढ़िवादी सोच की है। हमारे यहां टीवी देखना भी गलत समझा जाता था। कई बार कहने के बाद पापा घर पर टीवी लेकर आए। ऐसा करने की वजह से मेरे दादाजी दो साल तक हमारे घर नहीं आए।
उन्होंने बताया कि 2009 में जब मैंने पढ़ाई छोड़कर मॉडलिंग करने के फैसले के बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि अगर मैं शोबिज में आई तो घर छोड़ना पड़ेगा। मैंने अपना बुर्का अलग रखा बैग पैक किया और घर छोड़ दिया।
अंजुम ने आज टीवी की दुनिया में काफी अच्छी पहचान बना ली हैं। उन्होंने ‘तेरे शहर में’, ‘देवांशी’ और ‘एक था राजा एक थी रानी’ जैसे सीरीयल में काम किया है। फिलहाल वे ‘कुंडली भाग्य में’ काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब उनके परिवार वाले धीरे-धीरे उनके काम को समझ रहे हैं।