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Mahakumbh Shahi Snan 2025: महाकुंभ शाही स्नान में जा रहे हैं प्रयागराज तो इन जगहों को जरूर करें एक्सप्लोर

Mahakumbh Shahi Snan 2025- प्रयागराज में महाकुंभ शाही स्नान के दौरान त्रिवेणी संगम, आनंद भवन और अक्षयवट जैसी पवित्र और ऐतिहासिक जगहें जरूर एक्सप्लोर करें। यहां की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक माहौल आपकी ट्रिप को यादगार बना देगा।

प्रयागराजNov 27, 2024 / 12:43 pm

Nisha Bharti

Mahakumbh Shahi Snan 2025

Mahakumbh Shahi Snan 2025: महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति और आस्था का सबसे महत्वपूर्ण और बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 साल में आयोजित होता है। इस मेले में करोड़ों श्रद्धालु एक साथ एकत्रित होते हैं और यह आयोजन भारतीय पौराणिक कथाओं से गहराई से जुड़ा हुआ है। महाकुंभ का सबसे पवित्र आयोजन प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के पास होता है। जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम होता है। यह जगह न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपराओं और मानवता का अद्भुत संगम भी है।
अगर इस बार आप महाकुंभ शाही स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे हैं तो इस आध्यात्मिक यात्रा को और भी खास बनाने के लिए आपको इन ऐतिहासिक और खूबसूरत जगहों को जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए। आइए जानते हैं, कि इस आध्यात्मिक यात्रा के दौरान किन स्थलों को देखना आपकी यात्रा को और खास बना सकता है।

1. त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam)

त्रिवेणी संगम महाकुंभ का मुख्य केंद्र है। यहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का मिलन होता है। यहां डुबकी लगाने से सारे पाप मिटने और आत्मा को शुद्ध करने की मान्यता है। आप यहां सुबह-सुबह सूरज की पहली किरण के साथ संगम का दृश्य का आनंद ले सकते है। यहां नाव की सवारी करना भी एक शानदार अनुभव होगा। जिससे आप इस धार्मिक स्थल का दृश्य और भी नजदीक से देख सकते हैं।

2. आनंद भवन (Anand Bhavan Prayagraj)

महात्मा गांधी और नेहरू परिवार से जुड़ा यह भवन भारत के स्वतंत्रता संग्राम की कहानियों से भरा है। आनंद भवन आज एक संग्रहालय के रूप में संरक्षित है। जहां आपको उस समय के ऐतिहासिक दस्तावेज और यादगार चीजें देखने को मिलेंगी। अगर आप इतिहास में रुचि रखते हैं तो यह जगह आपके लिए खास बहुत ही खास हो सकता है।

3. अक्षयवट (Akshayavat)

प्रयागराज में यह पेड़ किले के अंदर स्थित है, जिसे अमर पेड़ भी कहा जाता है। श्रद्धालुओं के लिए बेहद ही रोचक जगहों में से एक इस जगह को माना जाता है। मान्यता है कि इस वट वृक्ष के दर्शन से व्यक्ति के जीवन में शुभता आती है। महाकुंभ के दौरान इसे देखने के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता होती है। इसलिए अपनी यात्रा की योजना बनाने से पहले ही इस जगह की जानकारी ले लें।

4. खुसरो बाग (Khusro Bagh)

प्रयागराज में मुगलकालीन खुसरो बाग एक शानदार ऐतिहासिक धरोहर है। यह बाग मुगल शहजादे खुसरो और उनकी मां के मकबरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की हरियाली और शांत वातावरण आपकी थकान मिटाने का काम करेगा। अगर आप फोटोग्राफी के शौकीनों हैं तो यह जगह आपके लिए किसी जन्नत से कम नहीं होगा।

5. बड़े हनुमान जी मंदिर (Bade Hanumanji Temple)

अगर आप महाकुंभ शाही स्नान के लिए प्रयागराज जाने का प्लान बना रहे हैं तो इस जगह पर नहीं जाना आपके पुरे ट्रिप का मजा किरकिरा कर सकता है। संगम तट के पास स्थित यह मंदिर भगवान हनुमान की लेटी हुई विशाल प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। महाकुंभ के दौरान यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनता है।

6. अलोपी देवी मंदिर (Alopi Devi Temple)

अगर आप शाही स्न्नान के लिए प्रयागराज जाने वाले हैं तो यह जगह आपके ट्रिप के लिए काफी रोचक हो सकती है। यह अलोपी देवी मंदिर महाकुंभ के दौरान खास महत्व रखता है। जो 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। यहां अलोपी देवी मां की पूजा अद्वितीय रूप में की जाती है। जहां कोई मूर्ति नहीं होती। यह मंदिर अपनी रहस्यमय और दिव्य ऊर्जा के लिए प्रसिद्ध है।

7. प्रयागराज का स्ट्रीट फूड (Street Food Prayagraj)

महाकुंभ के दौरान शहर की सड़कों पर मिलने वाले लोकल स्ट्रीट फूड का आनंद लेना न भूलें। कचौरी-सब्जी, जलेबी, लस्सी और चाट जैसे Delicious Foods आपके यात्रा को और भी स्वादिष्ट बना देंगे। ये लोकल स्ट्रीट फूड न सिर्फ स्वाद में अच्छा हैं, बल्कि प्रयागराज की सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा हैं। खाने के शौकीनों के लिए यह एक यादगार अनुभव हो सकता है।
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