वहीं बीसलपुर बांध के पवित्र दह किनारे गोकर्णेश्वर महादेव मंदिर के सामने व बायीं मुख्य नहर के हैड रेग्यूलेटर के सामने बनने वाली दोनों को मिलाकर 500 मीटर लम्बी सुरक्षा दीवार व बीसलदेव मंदिर के करीब टोडारायङ्क्षसह सडक़ मार्ग के किनारे पर दीवार निर्माण के साथ ही अन्य कई विकास कार्यों को लेकर नाबार्ड योजना के तहत मिली लगभग 30 करोड़ की स्वीकृति से जीर्णोद्धार कार्य शुरू हो चुका है।
इसी को लेकर इन दिनों सम्बन्धित संवेदक की ओर से बीसलदेव मंदिर के करीब बांध की मुख्य दिवार के निकट सुरक्षा दिवार का निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया गया है, जिससे पर्यटकों को टोडारायसिंह सडक़ मार्ग पर लगते जाम से जल्द ही निजात मिलने की आस जगने लगी है।
पवित्र दह किनारे होते हादसों से काफी हद तक राहत मिलने के साथ ही बांध के गेटों से बनास में होती पानी की निकासी के दौरान खम्भों पर बनी बायीं मुख्य नहर को पानी के कटाव से टूटने की आशंका भी समाप्त होगी। गौरतलब है कि पवित्र दह किनारे सुरक्षा दीवार नहीं होने के कारण यहां हर वर्ष बारिश के दौरान नहाने का लुत्फ उठाते पर्यटक गहरे पानी में चले जाने से हादसे का शिकार हो जाते है।
सुरक्षा दीवार बनने से दह के गहरे वाले हिस्से में अवरोध हो जाने से हादसे में काफी राहत मिलेगी। इसी प्रकार गेटों से बनास में होती पानी की निकासी के चलते जयपुर व अजेमर इंटेक पम्प हाउस की ओर पानी का कटाव होने के साथ ही सडक़ मार्ग अवरूद्ध हो जाता था, जिससे अब राहत मिलेगी। इसी प्रकार जीर्णोद्धार के दौरान बांध की मुख्य दीवार पर रंग रोगन व दीवारों पर लगी लोहे की एंगले जो जंग खाकर खराब हो चुकी थी, उन्हें बदलकर नई लगाई जाएगी। पानी की निकासी के दौरान कर्मचारियों को हादसों से राहत मिलेगी।