उल्लेखनीय है की पम्प हाउस से छोड़े गए पानी से कालाकाकरा स्थित टंकी ओवरफ्लो हो गई, इसके बाद कई घंटों तक पानी व्यर्थ बहता रहा इससे आस-पास के गड्ढ़े लबालब हो गए। ग्रामीणों की ओर से सूचना देने के बाद पहुंचे कर्मचारी ने वॉल की मरम्मत कर व्यर्थ बह रहे पानी को रोका।
जलदाय विभाग कर्मचारी ने बताया की बीसलपुर पेयजल योजना की ओर से अगर वॉल खोलकर कस्बे की टंकियों में सप्लाई देते तो क्रम अनुसार दो मोहल्ले में सप्लाई की जा सकती थी, लेकिन लापरवाही के चलते पानी व्यर्थ बह गया। बीसलपुर पेयजल योजना विभाग के सहायक अभियंता भूपेन्द्र ने बताया की वॉल खराब होने के कारण पानी व्यर्थ बहा है जिसे अब मरम्मत करा दिया गया है।
बिजली कटौती से ग्रामीण परेशान
पचेवर. कस्बे सहित आस पास के गांवों में विद्युत निगम द्वारा न तो संधारण कार्य कराया जा रहा है और न ही नई बिजली कंपनी की लाइन डाली जा रही है।इसके बाद भी कस्बे सहित मलिकपुर, सूरसागर, गुलाबपुरा, नगर, आवडा, हनुतिया, बालापुरा, सेलसागर, किरावल, चैनपुरा सहित दर्जनों गांवों में पिछले चार – पांच दिनों से अघोषित बिजली कटौती का सिलसिला चल रहा है।
पचेवर. कस्बे सहित आस पास के गांवों में विद्युत निगम द्वारा न तो संधारण कार्य कराया जा रहा है और न ही नई बिजली कंपनी की लाइन डाली जा रही है।इसके बाद भी कस्बे सहित मलिकपुर, सूरसागर, गुलाबपुरा, नगर, आवडा, हनुतिया, बालापुरा, सेलसागर, किरावल, चैनपुरा सहित दर्जनों गांवों में पिछले चार – पांच दिनों से अघोषित बिजली कटौती का सिलसिला चल रहा है।
विद्युत निगम के अभियंताओं की लापरवाही के चलते आमजन को गर्मी में परेशान होना पड़ रहा है। गर्मी के बढ़ते तापमान के साथ उमस से लोगों के हाल बेहाल हो गए है। सुरेन्द्र कुमार रेगर, बद्री माली, खेमचन्द वर्मा, भागचंद रेगर, सुवालाल, गणेश लाल रेगर सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी के दिन होने के साथ उमस से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
विद्युत कटौती के बारे में निगम के अभियंताओं को फोन किया तो उनके द्वारा बिजली कटौती को लेकर संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जा रहा है। इधर, डिग्गी के कनिष्ठ अभियंता संजय मीणा ने बताया कि पचेवर, नगर, चैनपुरा, पारली व किरावल फीडर क्षेत्र के गांवों में पिछले तीन दिन से लगातार विद्युत लाइन में फाल्ट आने की वजह से बिजली आपूति बाधित हो रही है।