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Bisalpur Dam: बीसलपुर बांध के छलकते ही टूटे सारे रिकॉर्ड! अब तक खुले 7 बार गेट, लेकिन इस बार बना अनोखा रिकॉर्ड

Bisalpur Dam History: जयपुर, अजमेर और टोंक की लाइफलाइन बीसलपुर बांध कई दिनों के इंतजार के बाद आज छलक गया है।

टोंकSep 06, 2024 / 11:16 am

Lokendra Sainger

Bisalpur Dam: जयपुर, अजमेर और टोंक की लाइफलाइन बीसलपुर बांध (Bisalpur Dam) से खुशखबरी सामने आयी है। कई दिनों के इंतजार के बाद बीसलपुर बांध (Bisalpur Dam) आज छलक गया है। बता दें त्रिवेणी नदी से जिस रफ्तार से पानी की आवक हो रही थी उससे पहले ही अंदाजा लग गया था कि गेट अब कभी भी खोले जा सकते हैं। उदयपुर संभाग में लगातार हो रही बारिश से त्रिवेणी नदी भी तेज वेग के साथ बह रही है। इससे बांध के गेट खोलने व सायरन बजाने की प्रक्रिया को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारी भी अलर्ट मोड़ में आ गए हैं।

पहली बार सितंबर में खुले गेट

आपकी जानकारी के लिए बता दें बीसलपुर बांध इससे पहले छह बार लबालब हो चुका है, लेकिन हर बार इसके गेट अगस्त में ही खोले गए थे। यानी बीसलपुर बांध (Bisalpur Dam) के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सितंबर में इसके गेट खोले गए हैं। बांध के इतिहास में सितंबर में पहली बार गेट खोले जाना अपने आप में अनोखा रिकॉर्ड बन गया है।
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गौरतलब है कि बीसलपुर बांध के वर्ष 2022 में सर्वाधिक गेट खोले गए हैं। बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और अब तक 315.50 आरएल मीटर पानी आ चुका है। ऐसे में बांध अपनी क्षमता का लगभग 100 फीसदी भर गया है। जिस रफ्तार से पिछले दो दिन से बांध में पानी आ रहा है और यही रफ्तार रही तो बांध के सभी गेट खोले जा सकते हैं।

बीसलपुर बांध के लबालब होने की तिथियां

2004 18 अगस्त 2004
2006 25 अगस्त 2006
2014 19 अगस्त 2014
2016 10 अगस्त 2016
2019 19 अगस्त 2019
2022 26 अगस्त 2022

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बांध भरने पर गांव में लगता है मेला

बांध के गेट खुलने को लेकर चार जिलों की जनता में खुशी की लहर है। बांध के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में छलकने के इंतजार हो रहा था। ग्रामीण इलाकों में गेट खुलने की खुशी त्योहार की तरह मनाई जा रही है। बता दें बीसलपुर बांध के पूर्ण जलभराव होकर छलकने के बाद निकटवर्ती राजमहल कस्बे में उत्सव मनाया जाता है। जो पूर्ण जलभराव के करीब पहुंचने से लोगों ने इस उत्सव की तैयारी शुरू कर दी थी। लोगों ने बताया कि इस दौरान प्रत्येक घर में चूरमा बाटी बनाकर भगवान को भोग लगाया जाता है। वहीं गांव में मेले का आयोजन होता है।
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जयपुर, अजमेर और टोंक की लाइफलाइन है बांध

बीसलपुर बांध के सितंबर में गेट खुलने से किसानों को फायदा होगा। उन्हें सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। साथ ही, इससे जयपुर, अजमेर और टोंक के शहरी और कई ग्रामीण इलाकों में पेयजल की आपूर्ति भी सुनिश्चित होगी। फिलहाल अच्छी बारिश हो रही है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बांध के गेट अगले कुछ घंटे तक खुले ही रहेंगे।
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