पुलिस को देख आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने घायलों को टोंक के सआदत अस्पताल में भर्ती कराया है। मेहंदवास थाना पुलिस ने बताया कि घायलों में मुम्बई निवासी व उस्मानपुरा टोल शिफ्ट प्रभारी विजय बागुल तथा सोहेला निवासी टोलकर्मी मुकेश बैरवा है।
पुलिस ने उस्मानपुरा निवासी व टोल के ऑपरेटर यादराम गुर्जर की ओर से घाड़ थाना क्षेत्र के जूनिया निवासी मोनू गुर्जर तथा दीपू पुत्र उदयलाल गुर्जर समेत करीब डेढ़ दर्जन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने रात को भी आरोपियों का पीछा किया, लेकिन हाथ नहीं लगे।
फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि सोमवार रात जयपुर से देवली की ओर जा रही एक लग्जरी कार टोल पर आई। कार पर फास्टटैग लगा होने से अपने आप राशि कट गई और लाइन खुल गई। इस दौरान कार में सवार चालक ने कहा कि अपने आप राशि कट गई, जबकि उसे राशि नहीं देनी थी।
इस पर टोल कर्मी ने कहा कि फास्टटैग से अपने आप राशि कटती है। इस बीच दोनों में विवाद हो गया। कुछ बाद कार सवार चालक ने अन्य लोगों को फोन कर दिया। ऐसे में दूसरी कार में सवार होकर करीब डेढ़ दर्जन युवक वहां आ गए। उन्होंने लग्जरी कार से रुपए लेने को लेकर टोलकर्मी से झगड़ा शुरू कर दिया। बाद में उक्त लोगों ने वहां लगा सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया और अन्य जगह भी तोडफ़ोड़ की।
जब शिफ्ट प्रभारी विजय बागूल और ऑपरेटर ने उनसे बात करनी चाही तो दोनों ने उन पर लाठियों हमला कर दिया। इस दौरान अन्य टोलकर्मी कन्हैयालाल गुर्जर, राजेश गुर्जर, भंवर व सुरेश समेत अन्य आए और उन्हें छुड़वाया।
इस दौरान आरोपियों ने टोल की सभी लाइनें खोल दी। करीब 20 मिनट तक लाइनें खुलने से कई वाहन बिना टोल दिए ही निकल गए। इस बीच आरोपी वहां लाठियां लहराते रहे। सूचना के बाद करीब 20 मिनट बाद पुलिस आई तो आरोपी कार लेकर वहां से फरार हो गए। पुलिस ने इसके बाद उनका पीछा भी किया, लेकिन हाथ नहीं आए। हालांकि पुलिस उनकी तलाश कर रही है।