आतंक का पर्याय बने लुटेरों को पुलिस ने देवली अस्पताल से गिरफ्तार कर बाइक जब्त की थी। थानाप्रभारी बाबूलाल टेपण ने बताया कि आरोपी सीतारामपुरा कॉलोनी थाना देवली निवासी राजेश उर्फ राजू मीणा व नाकाहाली रूपारेल थाना देवली निवासी मस्तराम मीणा है।
हैडकांस्टेबल रामरतन जाट ने बताया कि आरोपी राजेश व मस्तराम ने करीब एक साल पहले बेरोजगारी से परेशान होकर ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की नथ लूटने की योजना बना तीन अन्य साथियों को भी गेंग में शामिल कर लिया। इसके बाद उन्होंने पहली वारदात संथली-राजमहल मार्ग पर खेत पर जा रही महिला की नथ लूटकर की।
इसके बाद आरोपियों ने टोंक जिला सहित समीप जुड़े बूंदी, अजमेर व भीलवाड़ा जिले में कई वारदातों को अंजाम दी। आरोपी पहले ग्रामीण क्षेत्र की पैदल जाने वाली महिलाओं से लूट करते थे, इसके बाद इन्होंने तरीका बदला ओर चौराहों या मार्ग पर अकेले खड़े रहने वाले बाइक सवारों व बाइक पर पीछे बेठी महिला को निशाना बनाने लगे।
आरोपी इतने शातिर थे कि अकेले व्यक्ति को देख उसके साथ हाथापाई करने लगते, फिर भी नहीं मानने पर लकड़ी से वारकर लूट कर ले जाते। उल्लेखनीय है कि सभी आरोपी अपनी पहचान छिपाने के लिए मुंह पर नकाब बांध वारदात करते थे। गौरतलब है कि गत दिनों थाना क्षेत्र के बंथली बायपास पर महिला से नथ लूटने व इससे पहले धांधोली चौराहे पर युवक से मारपीट कर मोबाइल व नकदी लूट की घटना के बाद पुलिस ने आधा दर्जन आरोपी की पहचान की थी। बाद में दो आरोपी को गिरफ्तार किया।
शराब पीकर निकलते थे आरोपी
महंगी बाइकों के शोकिन सभी आरोपी वारदात को अंजाम देने से पहले शराब पीते इसके बाद बाइक पर सवार हो लूट के लिए निकलते, पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपी ने कभी बिना शराब के लूट की घटना को अंजाम नहीं दिया। उन्होंने बताया कि शराब पीने के बाद आरोपी नशे में पीडि़तों से मारपीट करने में संकोच नहीं करने के साथ वक्त आने पर बाइकों को तेज गति से निकलने में कामयाब हो जाते थे। उल्लेखनीय है कि गत दिनों बंथली बायपास पर महिला की नथ तोडऩे के बाद कार व कई बाइक पर सवार लोगों ने उनका कई किलोमीटर तक पीछा किया, लेकिन वह हाथ नहीं आए।