मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक रामकल्याण मीणा कर रहे हैं। मामला गत 28 जुलाई का है। उस दिन पीडि़ता अपने बेटे के साथ किसी से मिलने के लिए देवली जा रही थी। वह डिपो पर बस का इंतजार कर रही थी। सदर थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक पीडि़ता जब बस का इंतजार कर रही थी, तब सदर थाने का कांस्टेबल हनुमान गुर्जर आया और देवली ले जाने का कह कर सदर थाने ले गया।
read more: एफआईआर के लिए पांच दिन से दो थानों के चक्कर लगा रहा पीडि़त, आखिर परेशान होकर उठाया ये कदम… जहां उसने पीडि़ता से कुछ दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराए। इसके बाद पीडि़ता बमोर अंडर पास के समीप देवली जाने वाली बस का इंतजार करने लगी। इस दौरान खजूरिया निवासी रामजस गुर्जर कार लेकर आया और उसे देवली छोडऩे को कह कर कार में बैठा लिया। कार में एक अन्य व्यक्ति भी मौजूद था।
read more:बड़ी खबरें : राजस्थान के कई जिलों में जमकर बरस रहे मेघा, बीसलपुर बांध में 26 प्रतिशत हुआ पानी का भराव कुछ देर बाद कांस्टेबल हनुमान भी आ गया। तीनों पहले तो उसे कार से घुमाते रहे। बाद में उसे अन्नपूर्णारोड स्थित रामजस के मकान में ले गए। जहां आरोपियों ने रातभर पीडि़ता के साथ बलात्कार किया। पीडि़ता ने मना किया तो आरोपियों ने बेटे को जान से मारने की धमकी दी। दूसरे दिन सुबह पीडि़ता वहां से निकल कर देवली चली गई।
गत 8 अगस्त को घर पहुंची और पति को घटना के बारे में बताया। इसके बाद पति ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक के समक्ष रिपोर्टपेश की। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर रात को सदर थाने में मामला दर्जकिया गया। पुलिस ने कांस्टेबल हनुमान गुर्जर, रामजस गुर्जर व एक अन्य के खिलाफ मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।