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खातेदारी भूमि का सीमाज्ञान के लिए जवान ने दिया धरना

तहसीलदार ने आश्वासन देकर भेजा घरजम्मू कश्मीर के काजीकुंड में तैनातटोंक. खेत की जमीन का सीमाज्ञान कराने की मांग को लेकर एक बार फिर सेना क जवान परिवार के साथ शुक्रवार रात घंटाघर के समीप धरने पर बैठ गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार रामपाल मीणा ने उसे समाझाया और ज्ञापन लेकर घर भेजा।

टोंकJul 10, 2021 / 08:50 pm

jalaluddin khan

खातेदारी भूमि का सीमाज्ञान के लिए जवान ने दिया धरना

खातेदारी भूमि का सीमाज्ञान के लिए जवान ने दिया धरना
तहसीलदार ने आश्वासन देकर भेजा घर
जम्मू कश्मीर के काजीकुंड में तैनात
टोंक. खेत की जमीन का सीमाज्ञान कराने की मांग को लेकर एक बार फिर सेना क जवान परिवार के साथ शुक्रवार रात घंटाघर के समीप धरने पर बैठ गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार रामपाल मीणा ने उसे समाझाया और ज्ञापन लेकर घर भेजा।

यह जवान देश की सुरक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर जिले स्थित कुलगांव के काजीकुंड में तैनात सीआरपीएफ में है। परिवार के साथ धरने पर बैठा जवान पीपलू तहसील के अलीमपुरा गांव निवासी केदारनारायण चौधरी है।

ज्ञापन में केदार ने बताया कि उसके गांव अलीमपुरा में खातेदारी की भूमि पर परिवार जनों को गांव के कुछ लोगों द्वारा बुवाई नहीं करने दिया जा रहा है। वे लोग परिवार के साथ मारपीट पर आमदा रहते हैं। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने व प्रशासन से भूमि का सीमाज्ञान करावाकर पत्थर गढ़ी के आदेश की करवाने की फरियाद कई बार की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

जबकि जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक व थाना प्रभारी को कमांडेंट 163 बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल वेरीनाग ने 27 जुलाई 2020 को सेना के जवान को न्याय दिलाने के पत्र भेजा था। इसके अलावा पुलिस महानिरीक्षक राजस्थान सेक्टर कार्यालय केन्द्रीय पुलिस बल जयपुर के माध्यम से भी पत्र भेजा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर समस्या निस्तारण के लिए वह अवकाश लेकर आया है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
उसने बताया गांव में उसकी मां सूजी देवी, पत्नी बदाम देवी, बेटी अमानिका व बेटा रिछपाल निवास करते हैं। तहसीलदार कार्यालय पीपलू में भी उपखंड अधिकारी कार्यालय से पत्थरगढ़ी कराने के आदेश के बावजूद पुलिस इमदाद उपलब्ध नहीं होने का बहाना बनाकर 25 जून 2020 व 10 जुलाई 2020 को तारीख बढ़ाकर सीमाज्ञान कर पत्थरगढ़ी कार्य को नहीं किया गया।

उसके चाचा रामजीवन जाट ने 20 जून 2020 को पत्थरगढ़ी के आदेश की पालना नहीं होने पर तहसील कार्यालय में निवेदन किया तो गत 8 अप्रेल को तारीख दे दी, लेकिन इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। ऐसे में उसने घंटाघर के समीप धरना दिया है।
इधर, तहसीलदार रामपाल ने बताया कि पीपलू राजस्व टीम को सीमाज्ञान के निर्देश दिए थे। दूसरी ओर केदार ने बताया कि शनिवार को राजस्व टीम सीमाज्ञान के लिए आई, लेकिन आधी-अधूरी नपाई होने से उसने उन्हें असंतुष्टी का पत्र देकर भेज दिया।

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