कला और कलाकार भारत की आत्मा है। इनको संरक्षण मिलना जरूरी है। बजट सत्र में सरकार को कलाकारों को प्रोत्साहन देते हुए कला कार्य को उद्योग का दर्जा देना चाहिए, तथा कलाकार अपनी कलात्मक उद्योग को बढ़ा सके इसके लिए लोन की प्रक्रिया सरल होनी चाहिए। – डॉ. हनुमान सिंह, चित्रकार
कोविड 19 के कारण आज कलाकार बहुत आहत हुआ है। रोजगार का अभाव के साथ-साथ कला सामग्री के दाम भी बहुत महंगा हो गया है, जिसके कारण कला सृजन भी रूका हुआ है। राजस्थान सरकार को कलाकारों के विशेष बजट प्रावधान करना चाहिए।- नरेन्द्र साहू, चित्रकार व्याख्याता, टोंक
कलाकार देश, समाज व राष्ट्र की धरोहर, संस्कृति व पारम्परिक कलाओं को जीवित रखते है, लेकिन उन हर कार्यक्रम में शाबासी के अलाव कुछ नहीं मिल पाता है। सरकार को कलाकारों के प्रोत्साहन करने के लिए भी ध्यान देना चाहिए।
-केसर लाल गुर्जर, देव फड़ शैली थाल नृत्य
-केसर लाल गुर्जर, देव फड़ शैली थाल नृत्य
कोरोना महामारी में भी लोक कलाकारों ने कलाओं के माध्यम से आमजन को जागरूक करने में योगदान दिया है इस महामारी ने लोक कलाकारों का रोजगार छीन लिया है राजस्थान सरकार को विशेष बजट का प्रावधान करना चाहिए ताकि कलाकारों को रोजगार मिल सके ।- अशोक पहाडियां, भवाई नृत्य कलाकार, टोंक
बजट में महिला कलाकारों के लिए पैकेज दिया जाना चाहिए। ललितकला अकादमियों की स्थापना तो कि पर उनके द्वारा महिला कलाकारों के लिए कुछ खास कार्य नहीं किए गए। अत: कला एवं संस्कृति के बजट में से महिलाओं के लिये विशेष प्रावधान किए जाए।-प्रियंका शर्मा, कलाकार टोंक
विगत 28 वर्षों से कक्षा 10 तक अनिवार्य कला शिक्षा (चित्रकला, संगीत, मूर्तिकला) विषय को दरकिनार कर रखा है। राजकीय विद्यालयों में न पुस्तक न शिक्षण, न कला शिक्षकों के पद सृजित है। सरकार को इस बजट में कला शिक्षा विषय को विशेष महत्व देना चाहिए।-महेश गुर्जर, प्रदेश सचिव कला शिक्षक संगठन
यह मुद्दे आए सामने कला व कलाकारों के लिए विशेष पैकेज जारी हो, पर्यटन नीति से जोड़ा जाए, महिला ललित महाविद्यालय की घोषणा की जाए, लोन की प्रक्रिया सरल होनी चाहिए।