उक्त लाइन में तीन से पांच किमी. के मध्य निकासी को लेकर वॉल्व स्थापित किए गए है, लेकिन रखरखाव व देखरेख के अभाव में अधिकांश वॉल्व से पानी व्यर्थ बहता रहता है। जबकि परियोजना विभाग पाइप लाइन व वॉल्व के रखरखाव व मरम्मत कार्य को लेकर प्रतिवर्ष लाखों रुपए खर्च करता है।
गत दिनों कृषि उपज मण्डी के पीछे बीसलपुर सर्विस रोड पर पम्पिंग स्टेशन के निकट स्थापित वॉल्व से पानी व्यर्थ बह रहा है। अनदेखी के बीच गत दिनो बहता पानी नजदीक एनिकट व गड्ढों में भरने के बाद आस-पास खेतो में भर गया। किसानों ने बताया कि खेतो में सरसों व चने की पकी हुई फसल खड़ी है।
गत दिनों रिसाव से पानी भर जाने से फसल काटना मूश्किल हो गया है। इधर, पकी फसल में पानी भरने से फसल में नुकसान की संभावना बढ़ गई है। उन्होंने वॉल्व को बंद करवाने के साथ फसल नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की है।