टोंक। जिले के देवली-उनियारा क्षेत्र में एसडीएम थप्पड़ कांड के 5वें दिन भी समरावता गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों के आंसू थमने का नाम नही ले रहे है। जब भी कोई नेता गांव में पहुंच रहा हैं तो व्यथा सुनाते हुए ग्रामीणों की आंखों से आंसू निकल पड़ते है। शनिवार को देवली-उनियारा से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी विजय सिंह बैंसला समरावता पहुंचे तो एक युवती उनसे लिपटकर फूट-फूट कर रोने लगी। वहीं, नरेश मीणा के पिता कल्याण सिंह मीणा भी गांव में पहुंचते ही रो पड़े।
एसडीएम थप्पड़ कांड मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में चल रहे निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के पिता कल्याण सिंह मीणा देर शाम समरावता गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात की। साथ ही गांव वालों से पूछा कि मेरा बेटा दोषी हैं क्या? इस पर ग्रामीणों ने एक सुर में जवाब दिया कि नरेश भाई की कोई गलती नहीं है।
ग्रामीणों का आरोप-पुलिस कर देती नरेश मीणा का एनकाउंटर
इतना सुनते ही नरेश मीणा के पिता भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े। लोगों ने यह भी कहा कि नरेश को हम उठाकर नहीं ले जाते तो पुलिस उसका एनकाउंटर कर देती। इस दौरान मौके पर मौजूद लोग उन्हें संभालते नजर आए। सोशल मीडिया पर भी उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वो ग्रामीणों से मुलाकात के दौरान हाथ जोड़कर रोते हुए नजर आ रहे है।
बैंसला से लिपटकर रोने लगी युवती
भाजपा के पूर्व प्रत्याशी विजय सिंह बैंसला ने भी शनिवार को समरावता गांव पहुंचकर ग्रामीणों से मुलाकात की। इस दौरान एक युवती विजय बैंसला से लिपटकर रोने लगी। युवती ने बैंसला से कहा कि पुलिस ने उसके भाई को पकड़ा है, जिसे बचा लो। युवती ने रोते बिलखते हुए कहा कि पुलिस उसे मार देगी। इस पर बैंसला ने कहा कि अब कुछ नहीं होगा, मैं आगे बात करूंगा। साथ ही कहा कि पूरे मामले की जांच जारी है और जो भी दोषी होगा, उसे सजा दिलाई जाएगी।
ये है पूरा मामला
बता दें कि विधानसभा क्षेत्र देवली उनियारा में विधानसभा उप चुनाव 2024 के दौरान ग्राम समरावता थाना नगरफोर्ट, जिला टोंक में ग्रामीणो द्वारा उनके गांव समरावता को उपखण्ड देवली से हटाकर उपखण्ड उनियारा मे शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने उक्त मांग को लेकर ग्रामीणो को साथ लेकर धरना शुरू किया। तभी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने वहां मौजूद एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी आरएएस उपखण्ड अधिकारी मालपुरा के थप्पड़ मार दी। इसके बाद घटनास्थल से थोड़ी दूर धरने पर बैठ गया।
शाम को मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को पकड़ा। लेकिन, ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर नरेश मीणा को छुड़ा लिया। उपद्रवियों ने दो राजकीय वाहन व 7 प्राईवेट वाहन एवं लगभग 25 मोटर साईकिलों में आग लगा दी। हालांकि, अगले दिन पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया। इस पर मीना समर्थक भड़क गए और नरेश मीणा की रिहाई की मांग को लेकर कचरावता गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 148 डी पर जाम लगा दिया। इस पर पुलिस 60 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है। नरेश मीणा सहित सभी उपद्रवी अभी जेल में बंद है।