मुलाकात के बाद जब किरोड़ी लाल जेल से बाहर आए तो पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा कि क्या नरेश मीणा से भी मुलाकात हुई। इस पर किरोड़ी ने कहा कि बिल्कुल, नरेश से मुलाकात हुई है। मगर क्या बातचीत हुई, इस पर किरोड़ी ने चुप्पी साध ली। हांलाकि, सूत्रों से जानकारी मिली है कि किरोड़ी लाल मीणा ने नरेश मीणा को गुस्से पर नियंत्रण करने की सलाह दी है।
पायलट के सवालों का दिया ये जवाब
मुलाकात के बाद किरोडी लाल मीणा ने कहा कि हमने सरकार द्वारा घटना के बाद के हालातों पर लिए गए निर्णयों की जानकारी जेल में बंद नरेश मीणा और अन्य लोगों को दी है। किरोड़ी ने कहा कि समरावता गांव में हुए नुकसान की भरपाई के लिए हम गंभीर है। साथ ही किसी भी निर्दोष पर कार्यवाही नहीं होने दी जाएगी। वहीं सचिन पायलट द्वारा समरावता कांड की न्यायिक जांच की मांग पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि उनकी सरकार ने कौन सी न्यायिक जांच करवाई थी और उनकी जांचों का क्या हुआ सबको पता है। बता दें, इससे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने समरावता में सुलह की जिम्मेदारी किरोड़ी लाल मीणा को सौंपी थी। जिसके बाद किरोड़ी सक्रिय हुए और गांव के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात पहले गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम और बाद में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से करवाई। जिसमें कई मांगों पर सहमति बनी। इसके बाद किरोड़ी टोंक जेल पहुंचे और हिंसा के आरोप में जेल में बंद ग्रामीणों से मुलाकात की। इतना ही नहीं, इसके बाद किरोड़ी समरावता गांव भी पहुंचे और ग्रामीणों से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम का जायजा लिया।
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किरोड़ी ने गांव वालों से क्या कहा?
टोंक जेल में नरेश मीणा से मुलाकात करने के बाद मंत्री डॉ किरोड़ीलाल मीणा और मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म समरावता गांव पहुंचे। जहां, किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि, जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार करेगी, जेल में बंद लोगों से आप कभी भी जाकर मिल सकते हैं, पुलिस और प्रशासन द्वारा उनके साथ घर जैसा व्यवहार किया जा रहा है। जो लोग जेल में बंद हैं उनको जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा, आप धैर्य बनाएं रखे। इसके अलावा किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार की तरफ से जिन प्रशासनिक अधिकारियों ने गलती की है, रात के अंधेरे में जो उत्पात मचाया है, उन पर कार्रवाई होगी।
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