दरअसल जिले के ठिकरिया कला गांव में मंगलवार देर शाम पैंथर ने 6 लोगों को घायल कर दिया। पैंथर के हमले में घायलों को टोंक जिले के सबसे बड़े अस्पताल… सहादत अस्पताल में भर्ती किया गया है। छह घायलों में से तीन वहां पर भर्ती हैं। वहीं तीन अन्य का दूसरे अस्पतालों में प्राथमिक उपचार किया गया है। इस घटना के बाद से देर रात तक प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद नहीं। वहां पैंथर को काबू करने के लिए जाल और पिंजरे लगाए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि जब तक पैंथर काबू में नहीं आए तब तक रात के समय अकेले निकले से बचें।
गांव वालों ने पुलिस को बताया कि पैंथर गांव में ही गन्ने के खेत में छुपकर शिकार की तैयारी कर रहा था। वहां पास ही स्थानीय निवासी रंगलाल की बेटी भैंस चरा रही थी। जैसे ही वह गन्ने के खेत के नजदीक से गुजरी तो उस पर पैंथर ने हमला कर दिया। उसके चीखने के बाद और लोग मौके पर पहुंचे। उनमें से छह लोगों को कुछ ही पलों में पैंथर ने बुरी तरह से जख्मी कर डाला। इनमें जमना बैरवा, रंगलाल, मुकेश, मैना प्रियंका समेत अन्य लोग शामिल हैं।