दरअसल, उपचुनाव में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज नरेश मीणा देवली-उनियारा सीट निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इस वजह से कांग्रेस ने उन्हें सस्पेंड भी कर दिया है। बताया जा रहा है कि नरेश मीणा के निर्दलीय ताल ठोकने से कांग्रेस प्रत्याशी कस्तूर चंद मीणा की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। वहीं, जातिगत समीकरणों को देखते हुए भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र गुर्जर की भी टेंशन बढ़ी हुई हैं।
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क्या बोले सांसद हरीश मीणा?
बताते चलें कि देवली-उनियारा में प्रचार के दौरान एक सभा में सांसद हरीश मीणा नरेश मीणा को चोर और उठाईगिरा बताते हुए नजर आ रहे हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में हरीश मीणा ने नरेश मीणा के लिए बोतले हुए कहा कि, “ये भाड़े के लोग 10 को ही चले जाएंगे…जो आदमी कभी मुरारी लाल मीणा को गाली देता है, कभी प्रमोद जैन भाया को गाली निकालता है, कभी शांति धारीवाल को गाली देता है, छबड़ा में करण सिंह जी को हरा दिया…है कौन ये, क्या संस्कार है इसके…हमें ऐसे उठाईगिरों और चोरों से ईमानदारी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।”
नरेश मीणा को कांग्रेस ने किया सस्पेंड
इधर, राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव के बीच गुरूवार को कांग्रेस ने बागी नरेश मीणा पर सख्त एक्शन लिया है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने आधिकारिक उम्मीदवार कस्तूर चंद मीणा के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने के कारण नरेश मीना को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस से निलंबित कर दिया है। बता दें कि इससे पहले नरेश मीना कांग्रेस से दो बार बागी हो चुके है। विधानसभा चुनाव 2023 में नरेश मीना ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए छबड़ा विधानसभा सीट से ताल ठोकी थी। तब नरेश को करीब 43 हजार वोट मिले, जिसका सीधा फायदा भाजपा को हुआ था। इसके बाद कांग्रेस ने नरेश मीना को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। हालांकि, कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के दौरान नरेश मीना को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया था।