नरेश मीना ने एक्स पर लिखा कि मैं ठीक हूं। ना डरे थे ना डरेंगे। आगे लिखा कि आगे की रणनीति बता दी जाएगी! ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस को चमका देकर भागने वाला नरेश मीना अब आगे की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। वहीं, प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके में देर रात से इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है। इसके अलावा पूरा समरावता गांव छावनी में बदला हुआ है। रातभर यहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा रहा। आज भी तड़के से ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
पथराव में कई पुलिसकर्मी जख्मी
अजमेर रेंज डीआईजी ओमप्रकाश ने बताया कि मतदान के बाद एसडीएम थप्पड़ प्रकरण में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तो समरावता (अलीगढ़) में ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर आगजनी कर दी। पथराव में कुछ पुलिसकर्मी जख्मी हुए है। वहीं, कई महिलाओं और पुरुषों के घायल होने की भी जानकारी सामने आई है। अब तक 20 जनों को अशांति व उपद्रव फैलाने के आरोप में पकड़ा है। आरोपियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
क्यों भड़की हिंसा?
नगरफोर्ट तहसील की ग्राम पंचायत कचरावता के गांव समरावता में मंगलवार को उपचुनाव मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद रात्रि करीब 9 बजे पुलिस प्रशासन निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को गिरफ्तार करने समरावता गांव पहुंचे। जहां पर प्रदर्शन कर रहे नरेश मीना व नरेश मीना के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिस पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले दागे। यह भी पढ़ें