अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा- मंत्री
बता दें, देवली उनियारा के समरावता गांव में हुई हिंसा पर मीडियो से बातचीत करते राजस्थान सरकार में मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने बताया कि, “कल समरावता गांव का एक प्रतिनिधिमंडल मुझसे मिला था। उन्होंने बताया कि उनके गांव के लोगों का इसमें कोई हाथ नहीं है। पुलिस ने जो लोग पकड़े हैं उनमें से 40-45 लोग बाहर के ही हैं। पुलिस जांच कर रही है, मामले में सभी अपराधियों को गिरफ़्तार किया जाएगा। निर्दोष लोगों को परेशानी न हो, ये भी सुनिश्चित किया जाएगा।”टोंक कलक्टर ने भी दिया ये जवाब
इससे पहले टोंक कलक्टर सौम्या झा ने कहा था कि, “समरावता की घटना के बाद हमनें जिन 60 लोगों को डिटेन किया जिसमें 50 से ज्यादा बाहर के हैं, ऐसे में यही बात सामने आ रही है कि पूरी घटना को बाहर के लोगों ने अंजाम दिया है और पूरी प्लानिंग के साथ दिया है….समरावता गांव की मांगे वाजिब थी जो प्रशासन और जनता के बीच की थी जिन पर राजनीतिक सिक्का जमाने की कोशिश की गई।”नरेश मीणा का पूरा थप्पड़ कांड
गौरतलब है कि बुधवार को राजस्थान की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था। इस थप्पड़ कांड के बाद नरेश मीणा फरार हो गया था। इसके बाद गुरूवार को पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद गुरूवार को भी उसके समर्थक उग्र हो गए और पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की। इस दौरान कई पत्रकारों के साथ भी मारपीट की गई थी। वहीं, इस घटना के बाद SDM अमित कुमार ने नरेश मीणा पर FIR दर्ज करवाई है। इसके बाद शुक्रवार शाम नरेश मीणा को टोंक जिले के निवाई कोर्ट में वीसी के जरिए पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।