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राजस्थान में 2 बार बेची गई पश्चिम बंगाल से किडनैप लड़की मुक्त, पिता से मिलते ही खूब रोई, बताया ये राज

Tonk News : पुलिस ने मानव तस्करी से जुड़े मामले में एक किशोरी को मुक्त कराया है। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह किशोरी पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला निवासी है, जो दो साल पहले वर्ष 2022 में अपहृत हुई थी।

टोंकApr 11, 2024 / 02:25 pm

Kirti Verma

आरोपियों को गिरफ्तार करने आई पश्चिम बंगाल की पुलिस।

Human Angle Story : पुलिस ने मानव तस्करी से जुड़े मामले में एक किशोरी को मुक्त कराया है। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह किशोरी पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला निवासी है, जो दो साल पहले वर्ष 2022 में अपहृत हुई थी। आठवीं कक्षा की छात्रा रेशमा (परिवर्तित नाम) राजस्थान में दो से अधिक बार बेची गई। मानव तस्करों ने उसे देह व्यापार में धकेल दिया। उसे काफी प्रताड़नाएं दी गई।

ऐसी मिली किशोरी
गत 29 मार्च को अलीगढ़ थाना प्रभारी सुरेश चौधरी ने खेड़ली कंजर बस्ती में दबिश दी थी। इस दौरान उन्हें सड़क किनारे डरी सहमी अवस्था में वह नजर आई। उससे पुलिस ने पूछताछ की तो वह सन्तोषजनक जवाब नहीं दे पाई। बोलचाल व हुलिए से बंगाल की लगने पर पुलिस उसे अलीगढ़ थाने पर ले आए। पुलिस अधीक्षक संजीव नैन तथा पुलिस उप अधीक्षक सलेह मोहम्मद को घटना से अवगत कराया। उच्चाधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद अलीगढ़ पुलिस ने किशोरी को बाल बाल संरक्षण न्यायालय में पेश किया तथा परिजनों की तलाश में जुट गई।

अलीगढ़ थाना पुलिस का सराहनीय कार्य देखने को मिला। जहां पुलिस ने दो साल से लापता एक किशोरी को अपने परिवार से मिलाया। जब वह पिता से मिली तो दोनों के आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।

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ये हैं आरोपी
पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी है
रेशमा के 4 छोटे भाई है, सबसे बड़ी वही है। पिता ने बताया कि दो साल के दौरान हावड़ा जिले का ऐसा कोई थाना क्षेत्र नहीं था, जहां से उसे तलाश नहीं किया। हमने तो सोच लिया था कि अब हमारी बेटी नहीं मिलेगी। लेकिन अलीगढ़ थाना प्रभारी ने हमारी बेटी मिलवा दी।

प्रेम में फंसाकर किया अपहरण
पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के बाउरिया थानां क्षेत्र से दो साल पहले आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली रेशमा (परिवर्तित नाम) का उसके तथाकथित प्रेमी जावेद उर्फ राजू ने अपहरण कर लिया था। आरोपी उसे ट्रेन से जयपुर ले आया। ट्रेन में ही राजू उसे किसी को बेच कर चला गया। जयपुर में दो तीन दिन किसी के पास रहने के बाद उसे खरीदकर आदलवाड़ा थानां चौथ का बरवाड़ा की नेहा उर्फ नूरजहां पत्नी ललित कंजर खरीद कर ले आई। नेहा ने उसे काफी यातनाएं दी। बीमार हो जाने पर भूखे रखा गया। छह माह पहले नेहा ने किशोरी को अलीगढ़ थाना क्षेत्र के खेड़ली कंजर बस्ती में लाकर छोड़ दिया। किशोरी ने कई बार भागने का प्रयास किया। लेकिन उसे हर बार पकड़ लिया गया। परिजनों ने किशोरी के अपहरण का मामला बाउरिया पुलिस थाने में दर्ज कराया था।

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थाना प्रभारी की मेहनत से मिला परिवार
अलीगढ़ थाना प्रभारी सुरेश चौधरी की मेहनत से किशोरी को परिवार मिला। उन्होंने अलग-अलग स्तर पर बालिका से पूछताछ कराई। इसमें पुलिस को हावड़ा जिले के किसी थाना क्षेत्र की रहना बताया गया। सुरेश चौधरी ने जीआरपी जोधपुर में एसपी रहे अभिजीत सिंह से मुलाकात की। वे पहले पश्चिम बंगाल में पोस्टेड थे, उनसे सहयोग लिया।


पिता से मिलने के बाद खोले राज
सीडब्ल्यूसी टोंक में जब किशोरी अपने पिता से मिली तो काफी देर तक रोती रही। बाद उसने गांव से फरार होने से अलीगढ़ पुलिस के हाथों लगने तक सारी दास्तान बताई।

किशोरी के अपहरण व देह व्यापार करवाने के मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्र से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाना बाउरिया जिला हावड़ा के उप निरीक्षक विजय कुमार यादव ने बताया कि उन्होंने अलीगढ़ पुलिस के सहयोग से खेड़ली कंजर बस्ती निवासी राकेश कंजर तथा चौथ का बरवाड़ा थानाधिकारी हरिमन मीणा के सहयोग से आदलवाड़ा निवासी नेहा उर्फ नूरजहां पत्नी ललित कंजर को गिरफ्तार किया है। पुलिस उन्हें अपने साथ पश्चिम बंगाल ले गई। जहां कई मामलों में पूछताछ की जाएगी।

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