बगड़ी क्षेत्र में पिछले तीन-चार वर्षों से हो रहे अनाधिकृत खनन में खननकर्ताओं ने धरती को छलनी करते हुए 70 फीट गहरी खाई खोद डाली। विजलेंस टीम के अनुसार करीब 400 फीट लम्बी व 70 फीट गहरे खनन क्षेत्र से अब तक 22 हजार 680 टन क्वाटजाइट पत्थर का उत्खनन किया गया है।
जिसकी अनुमानत राशि करोड़ों में आंकी गई है। हालांकि अभी वाहन मालिक व खननकर्ताओं की पुष्टि नहीं हो पाई है। थाना प्रभारी अमरसिंह ने बताया कि टोडारायसिंह पहाड़ी तलहटी में बगड़ी गांव के निकट धोला भाटा क्षेत्र में कीमती क्वाइटाइज पत्थर का बड़े स्तर पर हो रहे अवैध खनन पर विभाग की प्रदेश स्तरीय उदयपुर, जोधपुर व अलवर जिले की विजलेंस टीम ने शनिवार को उदयपुर अधीक्षण अभियंता वाई.एस. सहवाल की अगुवाई में मौके पर कार्रवाई की थी।
कार्रवाई दौरान खनन स्थल से दो ट्रैक्टर मय क्रम्पेशर मशीन, एक हाइड्रा क्रेन मशीन, एक डम्पर, एक डीजी सेट, दो मोटरसाइकिल, तीन जैक हेम्पर ड्र्रील, एक स्टार्टर मय सर्विस पम्प के 50 लाख रुपए से अधिक की मशीनरी जब्त कर खननकर्ता के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पुलिस को रिपोर्ट दी है। रविवार को पुलिस व राजस्व विभाग की टीम ने मौका स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग की ओर से सबंधित खातेदार की पुष्टि होने के बाद कार्रवाई होगी। पुलिस जब्त किए गए संबंधित वाहन मालिकों की जांच के साथ खननकर्ताओं की जांच कर रही है। पुष्टि होने के साथ कार्रवाई की जाएगी।
नहीं पहुंचा वन विभाग
अवैध खनन स्थल पर जाने का रास्ता वन क्षेत्र में से होकर जाता है। तथा खनन स्थल तक जाने के लिए खननकर्ताओं ने वन विभाग की दीवार भी तोड़ी है। कार्रवाई के दूसरे दिन भी वन विभाग को कोई भी नुमाइंदा मौके पर नहीं पहुंचा। जबकि वन विभाग की ओर से सम्पति को नुकसान पहुंचाए जाने का मामला दर्ज कराया जाना चाहिए था।
नहीं निकल पाई एलएण्डटी अवैध खनन में काम ली जा रही एलएण्डटी करीब 70 फीट नीचे एवं पानी में होने के कारण दूसरे दिन भी नहीं निकल पाई। हालांकि पुलिस ने इसे जब्त करना बताया है। पुलिस अब खनन स्थल से एलएण्डटी को निकालने के प्रयास करेगी।
वाहनों के मालिकों का पता लगाने के लिए जिला परिवहन अधिकारी को पत्र लिखा गया है। जानकारी मिलते ही कार्रवाई बढ़ाई जाएगी।
अमर सिंह, थानाधिकारी, टोडारायसिंह पत्रावली तैयार करवाई जा रही है। राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान होना
पाया गया तो प्रकरण एसीबी को भेजा जाएगा।
ओम प्रकाश, पुलिस अधीक्षक, टोंक
अमर सिंह, थानाधिकारी, टोडारायसिंह पत्रावली तैयार करवाई जा रही है। राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान होना
पाया गया तो प्रकरण एसीबी को भेजा जाएगा।
ओम प्रकाश, पुलिस अधीक्षक, टोंक