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टोंक

मानसून का डेढ़ माह गुजरा, नहीं आया बांधों में पानी

वर्तमान वर्ष में बारिश की अनियमितता से बांधों में पानी की आवक नहीं होने से उपखण्ड क्षेत्र के सात सिंचाई योग्य बांध सूखे पड़े है

टोंकJul 30, 2021 / 07:06 am

pawan sharma

मानसून का डेढ़ माह गुजरा, नहीं आया बांधों में पानी

मानसून का डेढ़ माह गुजरा, नहीं आया बांधों में पानी

मालपुरा. हरे-भरे रहने वाले उपखण्ड क्षेत्र में वर्तमान वर्ष में बारिश की अनियमितता से बांधों में पानी की आवक नहीं होने से उपखण्ड क्षेत्र के सात सिंचाई योग्य बांध सूखे पड़े है। वहीं वर्षा की अनियमितता के चलते क्षेत्र के कई गांवों में खरीफ फसल की बुवाई का कार्य कई क्षेत्रों में अभी भी चल रहा है।

जल संसाधन विभाग के अनुसार उपखण्ड क्षेत्र में गत वर्ष के मुकाबले बारिश का औसत इस बार लगभग बराबर सा ही चल रहा है। गत वर्ष रामसागर बांध में 4 फुट 6 इंच एवं किरावल सागर बांध में 3 फुट 8 इंच पानी की आवक हो गई थी, लेकिन इस बार उपखण्ड क्षेत्र के सिंचाई के लिए काम आने वाले बांधों में टोरड़ी सागर बांध, भैरुसागर चांदसेन, रामसागर, रामसागर गणवर, हालोलाव कलमण्डा, भावलपुर कैरवालिया एवं किरावल सागर बांध में पानी की आवक नहीं हुई।
वहीं उपखण्ड क्षेत्र में मालपुरा में गत वर्ष 28 जुलाई तक 75 एमएम वर्षा हुई थी, जबकि इस वर्ष अब तक 155 एमएम वर्षा दर्ज की जा चुकी है। वहीं टोरडी सागर में गत वर्ष 131 एमएम वर्षा व इस वर्ष 146 एमएम, भैरुसागर चांदसेन में गत वर्ष 43 एमएम व इस वर्ष 98 एमएम, रामसागर लाम्बाहरिङ्क्षसह में गत वर्ष 166 एमएम एवं इस वर्ष 107 एमएम वर्षा दर्ज की जा चुकी है।

बरसात के समय में अनियमितता कभी तेज आने व कुछ क्षेत्रों में ही पानी की आवक होने से पानी बांधों में पहुंचने के बजाए अन्यत्र बह गया, जिससे बांधों में पानी की आवक कम हो पाई। खेत का पानी खेत में चलाई गई योजना के तहत खेतों में बनाए गए फार्म पौण्डों का विस्तार होने से पानी बांधों की तरफ नहीं जा पा रहा।

वहीं कृषि विभाग ने खरीफ 2021-22 में उपखण्ड क्षेत्र में ज्वार, बाजरा, मक्का, मूंग, उड़द, चवला, मूंगफली, तिल, ग्वार, कपास, चारा व सब्जिया एवं अन्य फसलो की बुवाई के लिए 80 हजार 942 हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य रखा, जिसके विपरित अब तक 68 हजार 798 हेक्टेयर भूमि में बुवाई
की जा चुकी है।

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