महिला निशा ,सुनिता, लक्ष्मी, हमीदा, जेतून समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि एक माह से मोहल्ले के नलों में गंदला पानी आ रहा था। read more:कोटा में मुस्लिम समाज को रास नहीं आया तीन तलाक बिल, 10 को निकालेंगे मौन जुलूस
इसको लेकर जलदाय विभाग कर्मचारी व सरपंच को मौखिक से अवगत कराने के बाद भी समस्या निस्तारण नहीं हो रहा है। इधर, सचिव हंसराज ने बताया कि महिलाओं ने नलों में गंदला पानी आने की समस्या से अवगत कराया है। इससे ग्राम सभा में प्रस्ताव लेकर सम्बधित अधिकारी को समस्या निस्तारण करने लिए भेजा जाएगा।
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टोंक. विभिन्न सममस्याओं को लेकर जयपुर विद्युत वितरण श्रमिक संघ के पदाधिकारियों ने गुरुवार को ऊर्जासचिव के नाम सहायक अभियंता को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया कि निगम में कार्यरत श्रमिक की समस्याओं से जूझ रहे हैं। जबकि उनके विकास के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
टोंक. विभिन्न सममस्याओं को लेकर जयपुर विद्युत वितरण श्रमिक संघ के पदाधिकारियों ने गुरुवार को ऊर्जासचिव के नाम सहायक अभियंता को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया कि निगम में कार्यरत श्रमिक की समस्याओं से जूझ रहे हैं। जबकि उनके विकास के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
उन्होंने विद्युत क्षेत्र से निजीकरण को हटाने, आइटीआइ तकनीकी कार्मिकों के पद नाम बदलने, 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना समेत 23 सूत्री मांगों को निस्तारण जल्द करने की मांग की है।
इस दौरान उन्होंने प्रदर्शन भी किया। ज्ञापन देने वालों में देवेन्द्र महावर, श्योजीलाल गुर्जर, लालचंद सैनी, राजेश कुमावत, गणेश बंशीवाल, प्रभुलाल सैनी, प्रेमचंद महावर, सलीम मोहम्मद, रमेशचंद सैनी, केदार चौधरी, शिवराज सैनी, रमेश चौधरी, प्रदीप बाहेती आदि शामिल थे।
श्मशान घाट रास्ते से हटाओ तारबंदी
टोंक. छान के महुआ कॉलोनी में बीसलपुर बांध के विस्थापितों को बसा तो दिया, लेकिन उन्हें सुविधा मुहैया नहीं कराईजा रही है। वहीं नदी किनारे श्मशान घाट के मार्गपर लोगों ने तारबंदी कर अतिक्रमण कर लिया है। ऐसे में शव का अंतिम संस्कार करने में ग्रामीणों को परेशानी हो रही है।
टोंक. छान के महुआ कॉलोनी में बीसलपुर बांध के विस्थापितों को बसा तो दिया, लेकिन उन्हें सुविधा मुहैया नहीं कराईजा रही है। वहीं नदी किनारे श्मशान घाट के मार्गपर लोगों ने तारबंदी कर अतिक्रमण कर लिया है। ऐसे में शव का अंतिम संस्कार करने में ग्रामीणों को परेशानी हो रही है।
गत दिनों ने भी तारबंदी के चलते एक शव का पोस्टमार्टम 20 घंटे बाद तब किया गया, जब प्रशासन ने तारबंदी हटाई, लेकिन ये तारबंदी फिर से कर दी गईहै। ऐसे में ग्रामीणों को परेशानी हो रही है।
लोगों ने बताया कि प्रशासन ने विस्थापित करते समय श्मशान की घोषणा की थी, लेकिन 27 साल भी लोग श्मशान का इंतजार कर रहे हैं। ज्ञापन देने वालों में मदनलाल, रामगोपाल, दुर्गालाल धाकड़, घासीलाल, आशा, संजय गुर्जर आदि शामिल थे।