खाटू मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के दौरान चल रही श्री मद भागवत कथा के आखरी दिन पूज्या देवी चित्रलेखा जी ने कथा आरंभ करते हुए भगवान के 16,108 विवाह का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान की 8 मुख्य पटरानी हुई । एक भौमासुर नामक दैत्य ने कन्याओं के साथ विवाह करने के उद्देश्य से उन्हें बंदी बना कर रख रहा था। तब उन कन्याओं के जीवन की रक्षा के लिए भगवान ने उस दैत्य का संहार किया और उन कन्याओं को दैत्य की कैद से छुड़ाया।
मगर जब कन्याओं ने कहा कि इतने वक्त परिवार से दूर रहने के बाद उन्हें कौन स्वीकार करेगा, तो उन्हें इस लांछन से बचाने के लिए भगवान ने उन 16,100 कन्याओं से विवाह किया। कथा के विश्राम से पहले फूल होली का उत्सव हुआ और महा आरती के साथ सप्तम दिवस की कथा को विश्राम दिया गया। श्याम बाबा के प्राण प्रतिष्ठा सुवालका परिवार ने श्याम बाबा को गर्भ ग्रह के अंदर विराजमान कराया।
खाटू प्राण प्रतिष्ठा के दौरान नगरफोर्ट क्षेत्र से अलग अलग जगह से पैदल यात्रा खाटू धाम नगरफोर्ट पहुंची । नगरफोर्ट में चल रहे खाटू श्याम मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान चल रही श्री मद भागवत कथा में खाटू दर्शन व कथा सुनने टोंक -सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया व टोंक जिला प्रमुख सरोज बंसल भी पहुंचे। जिन्होंने मंदिर प्रांगण में श्याम भक़्तों के आश्रय के लिए 21 लाख रूपए की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन की घोषणा की।
इस दौरान भागवत कथा मे संस्था अध्य्क्ष सुरेंद्र सुवालका, श्री श्याम सखा संस्थान खाटू के संरक्षक राजू खंडेलवाल निवाई, संस्था प्रमुख जगदीश साहू उनियारा श्याम परिवार के उपाध्यक्ष कमलेश गौतम, सचिव हेमराज धाभाई, पारस गर्ग, अश्वनी सुवालका,परमानंद मिश्रा, विनोद बिहारी महावीर गोयल देई,विजय चतुर्वेदी कोटा, शैलेंद्र टोंक मुकेश बंसल, रघुवेंद्र सिंह,संजय सोनी, परमानंद मिश्रा सहित श्याम परिवार टोंक-सवाईमाधोपुर कोटा उनियारा देवली दई नैनवां सभी जगह से श्याम परिवार के हजारों लोग उपस्थित थे।