पूर्व सासंद व अखिल भारतीय खटीक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मुंशी रामपाल ने समाज की बैठक में उपस्थित लोगों से कहा कि आज भी समाज में बालक-बालिकाओं को शिक्षा का पूरा लाभ नहीं मिल पाता है तथा आरक्षण के बावजूद समाज के लोग पिछड़े हुए है। शिक्षित समाज से ही समाज का विकास सम्भव है।
संगठन की मजबूती के लिए सभी को एकजुट होकर रहना होगा। अखिल भारतीय खटीक समाज के प्रदेश महासचिव महावीर बडग़ुर्जर ने कहा कि समाज में फैली कुरुतियों को समाप्त करने के लिए सभी को सकारात्मक सोच के साथ कदम बढ़ाना होगा।
इस अवसर पर समाज अध्यक्ष रामधन नावरिया, संरक्षक टीकाराम बडग़ुर्जर, महामंत्री बोदूराम ख्ंिाची, नानूलाल, धन्नालाल, वकील बडग़ुर्जर, कैलाश बडग़ुर्जर, जगन्नाथ सहित समाज के लोगो ने राष्ट्रीय अध्यक्ष व अतिथियों का माल्यार्पण व साफा बंधवाकर स्वागत किया।
महात्मा ज्योतिबा फूले पुण्यतिथि मनाई
टोडारायसिंह. कस्बे स्थित ज्योतिबा सर्किल पर बुधवार को माली समाज की ओर से महात्मा ज्योतिबा फूले की 128वीं पुण्यतिथि मनाई। जिसमें समाज अध्यक्ष हरजीराम मोडकिया, पूर्व अध्यक्ष अशोक अजमेरा, ऑल इण्डिया सैनी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष सीताराम अजमेरा, दल्लाराम करोडीवाल, कोषाध्यक्ष रामसहाय सैनी, महामंत्री कजौड़ सैनी, पार्षद सत्यनारायण दग्धी, अशोक आरेडिया, रतनलाल रावल्या, रामगोपाल पारोता, बालूराम पटेल, हेमराज दग्धी, दौलतराम सैनी, रामअवतार सैनी, अरविन्द सिंगोदिया, बजरंग लाल भाटी आदि समाज के पदाधिकारियों ने महात्मा ज्योतिबा फूले की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फूले के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए समाज में व्याप्त कुरूतियों को मिटाने का भी संकल्प लिया। संचालन बाबूलाल अजमेरा ने किया।
टोडारायसिंह. कस्बे स्थित ज्योतिबा सर्किल पर बुधवार को माली समाज की ओर से महात्मा ज्योतिबा फूले की 128वीं पुण्यतिथि मनाई। जिसमें समाज अध्यक्ष हरजीराम मोडकिया, पूर्व अध्यक्ष अशोक अजमेरा, ऑल इण्डिया सैनी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष सीताराम अजमेरा, दल्लाराम करोडीवाल, कोषाध्यक्ष रामसहाय सैनी, महामंत्री कजौड़ सैनी, पार्षद सत्यनारायण दग्धी, अशोक आरेडिया, रतनलाल रावल्या, रामगोपाल पारोता, बालूराम पटेल, हेमराज दग्धी, दौलतराम सैनी, रामअवतार सैनी, अरविन्द सिंगोदिया, बजरंग लाल भाटी आदि समाज के पदाधिकारियों ने महात्मा ज्योतिबा फूले की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फूले के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए समाज में व्याप्त कुरूतियों को मिटाने का भी संकल्प लिया। संचालन बाबूलाल अजमेरा ने किया।