देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर मतदान की तारीख सामने आने के बाद अब कांग्रेस और भाजपा भी जीत के लिए तैयारियां तेज करेंगे और इसके लिए सबसे पहले जीत दिलाने वाले उम्मीदवार की तलाश होगी। हालांकि दोनों ही दलों ने प्रारंभिक रूप से उम्मीदवार को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। लगातार दो बार से हार का सामना कर रही भाजपा इस बार जीत के लिए पूरा दम लगाएगी और इसी वजह से नेताओं के दौरे काफी पहले से ही हो रहे है। सरकार के मंत्री समेत पदाधिकारियों की ओर से बैठकों का दौर जारी है। दूसरी तरफ कांग्रेस भी अब अब अपनी रणनीति बनाने में जुटेगी। कांग्रेस से टोंक विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और हरीश मीना ने जिले में दौरे किए है। इसके अलावा कांग्रेस संगठन की जयपुर में जरूर बैठक हुई है।
मीना के सांसद बनने से खाली हुई सीट
देवली-उनियारा सीट पर दूसरी बार विधायक चुने गए हरीश मीना को कांग्रेस ने गत लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। इसमें उन्होंने भाजपा के सुखबीरसिंह जौनापुरिया को हराया था। इसके बाद मीना ने विधायक पद से इस्तीफा देकर सीट खाली कर दी थी जिसके चलते अब उपचुनाव कराए जा रहे है। मीना पहली बार 2018 में कांग्रेस से विधायक चुने गए थे। हालांकि वे इससे पहले दौसा से भाजपा के सांसद भी रहे थे। बाद में वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ गए और देवली- उनियारा सीट से चुनाव लड़ा था। यह भी पढ़ें