उपचुनाव को लेकर सोमवार को जयपुर में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश प्रभारी,जिला प्रभारी मंत्री, विधानसभा प्रभारी ने विधानसभा क्षेत्र के सभी मंडलों के अध्यक्षों व महामंत्रियों के साथ संभावित दावेदारों के साथ बैठक ली गई है। दो बार से हार रही पार्टी हर हालत में क्षेत्र से जीत के सीट निकाले।
देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने है। यह सीट कांग्रेस विधायक हरीश चंद्र मीना के सांसद चुने जाने के बाद रिक्त हो गई। यहां भाजपा लगातार दो विधानसभा चुनाव हार चुकी है। प्रदेश में अभी भाजपा सरकार है ऐसे में पार्टी की सोच क्षेत्र से हर सूरत में जीत तय करना है। इसके लिए पार्टी ने देवली व उनियारा के सभी सात मंडलों के अध्यक्षों, तीन- तीन महामंत्रियों के साथ नगर पालिका के अध्यक्ष व पंचायत समितियों के प्रधान आदि को बुलाकर जयपुर में बैठक ली गई जिसमें क्षेत्र से दावेदारी जता रहे उम्मीदवार भी मौजूद रहे।
बैठक को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश प्रभारी, जिला प्रभारी मंत्री हीरालाल नागर, विधानसभा प्रभारी एवं सांसद दामोदर अग्रवाल, प्रदेश संगठन के श्रवण बगड़ी आदि ने ली जिसमें सभी से पार्टी सदस्यता अभियान, उपचुनाव पर चर्चा की। बैठक में स्पष्ट किया गया कि कोई अपनी पसंद के उम्मीदवार पर जोर न दे। चुनाव में उम्मीदवार का फैसला केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा। सबकी जिंम्मेदारी है कि वह कमल के फूल को ही अपना उम्मीदवार समझ लें और पार्टी की जीत के लिए गुटबाजी से दूर एकजुटता के साथ कार्य करें।
पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव जीत के लिए जिला प्रभारी मंत्री,विधानसभा प्रभारी,मंडल स्तर पर एक एक विधायक,मंडल विस्तारक,जिलाध्यक्ष की और से नियुक्त मंडल प्रभारी,मंडल प्रवासी तथा मंडल अध्यक्ष को जीत के लिए उत्तरदायित्व दिए है। भाजपा इस रणनीति के तहत ही विधानसभा उपचुनाव को जीतना चाहती है।