इसके बाद शहर के मुख्य बाजार में मोटरसाइकिल रैली निकालकर पुलिस के विरुद्ध जमकर नारे लगाए। रैली बस स्टैंड, पटेल रोड, बड़ा बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, बिलाला मार्केट, खारी कुंई, बड़ी का मंदिर, अहिंसा सर्किल, चिंताहरण गणेश मंदिर, कृषि मंडी, झिलाई रेलवे फाटक होते हुए उपखंड कार्यालय पहुंची। वहां प्रदर्शन के बाद इसके बाद संत प्रकाशदास महाराज के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी रविकांत सिंह को ज्ञापन सौंपा।
एफआईआर रद्द की जाएज्ञापन से उपखंड अधिकारी को अवगत कराया गया कि ललवाड़ी में गो हत्या मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करने वाले निर्दोष ग्रामीणों को पुलिस गिरफ्तारी कर रही है। पुलिस द्वारा निर्दोष ग्रामीणों पर विभिन्न धाराओं में पुलिस द्वारा मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। जबकि घटना से ग्रामीणों का कोई संबंध नहीं है।
पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर को रद्द किया जाए। नहीं तो आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में बजरंग दल के पूर्व प्रांत सह संयोजक राहुल जायसवाल, भाजयुमो जिला अध्यक्ष नरेंद्र जयसिंहपुरा, विजय चौधरी, करणसिंह राजावत, दुष्यंत पारीक, अनिल जाट, दीपेश चंवरिया, वीरेंद्र गौतम, पार्षद मदनलाल वर्मा, हंसराज गुर्जर, सीआर विष्णु शर्मा, सुरेश शर्मासहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।(ए.सं.)
यह था मामला-हिंदू संगठनों कार्यकर्ताओं का कहना है कि 19 अगस्त 2022 को ललवाड़ी गांव में गोकशी का मामला सामने आया था। जिस पर हिंदू संगठनों और ग्रामीणों ने गोकशी के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ललवाडी में प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के पांच दिन बाद गो-हत्या के लिए शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों पर अजमेर पुलिस महानिरीक्षक ने मुकदमें दर्ज करने के निर्देश दिए थे। उन्हीं के निर्देशों की पालना में बेगुनाहों को जेल भेज दिया गया। जबकि घटना से उनका कोई संबंध नहीं था।(ए.सं.)
पुलिस व प्रशासन रहा चौकन्ना-ललवाडी प्रकरण में तीन जनों की गिरफ्तारी के बाद हिंदू संगठनों द्वारा वाहन रैली निकाल कर प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पूरी चौकन्ने रहे। वाहन रैली के दौरान निवाई थानाधिकारी छोटेलाल, सदर थानाधिकारी नरेश कंवर, दत्तवास थानाधिकारी रोडूराम सहित तीनों थानों का पुलिस जाप्ता तैनात रहा।(ए.सं.)
फोटोकेप्शनएनई2004सीए- निवाई उपखंड अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता।