लौटते समय मालपुरा से जयपुर की ओर जा रहे एक ट्रैक्टर ड्राइवर ने लापरवाही से ड्राइविंग करते हुए धारा सिंह को टक्कर मार दी। इससे वह गंभीर घायल हो गया। बाद में उसे डिग्गी अस्पताल ले गए जहां करीब 15 मिनट में ही धारासिंह ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव उसके परिजनों को सौंप दिया। मृतक के दो बच्चे हैं।
पढ़ाई में था होशियार
बोरखंडीकलां सरपंच रामलाल मीणा ने बताया कि धारासिंह पढ़ाई में होशियार था। 2014 में रेलवे में नौकरी पर लगा था। फिर परीक्षा देकर करीब डेढ़ साल बाद जेल प्रहरी में नौकरी लग गया। फिर कुछ माह बाद आरएसी में कांस्टेबल पद पर ज्वाइन किया। चौथी नौकरी 2018 में राजस्थान पुलिस में लगी। धारासिंह का आरएएस बनने का सपना था। इसके लिए वह ड्यूटी के बाद जितना भी समय मिलता था उसमें ज्यादातर समय वह आरएएस परीक्षा की तैयारी करता था। धारा की मौत के बाद परिजनों सहित गांव हमजापुरा, बोरखंडीकलां में कोहराम मच गया।
सम्मान से किया अंतिम संस्कार
कांस्टेबल धारा सिंह का उनके गांव में गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। जानकारी के अनुसार मृतक के बच्चे, पत्नी और भांजी अविकानगर (मालपुरा) में रह रहे थे। धारासिंह ओर तीन भाई थे। जिसमें वह दूसरे नंबर का था। पुलिस ने धारा का राजकीय सम्मान के साथ उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया। इस दौरान मालपुरा डिप्टी राजेन्द्र कुमार, पीपलू डिप्टी देशराज कुलदीप, डिग्गी थानाधिकारी कप्तान सिंह, झिराना थानाधिकारी राजेश गुर्जर, बोरखंडीकलां सरपंच रामलाल मीणा समेत अन्य पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी सहित जनप्रतिनिधि, ग्रामीण मौजूद रहे।