बैठक में निर्णय लिया गया कि मेले के दौरान सफाई एवं रोड लाइट का जिम्मा ग्राम पंचायत एवं मंदिर ट्रस्ट मिलकर करेंगे। मेले में नौ स्थानों पर चिकित्सा व्यवस्था रखी जाएगी तथा चार एम्बुलैंस की व्यवस्था की गई है। वहीं यात्रियों को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए खाद्य विभाग से चार टीमों का गठन किया गया है ।
इसके अलावा पदयात्रियों के स्वास्थ्य जांच के लिए 24 मेडिकल ऑफिसर, 32 पैरा-मेडिकल स्टाफ लगाया जाएगा। पेयजल के लिए टैंकरों के माध्यम से प्याऊ लगाने तथा डिग्गी कस्बे की पेयजल व्यवस्था सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए।
वही तालाब में नहाते समय श्रद्धालुओं के डूबने से होने वाली मौतों पर रोकथाम के लिए मेले के दौरान मौके पर नाव, गोताखोरों की व्यवस्था करने व कोटा से रेसक्यू टीम बुलाने के निर्देश दिए। मेले के दौरान 24 घंटे विद्युत सप्लाई की व्यवस्था तथा आपातकाल के लिए जनरेटर से विद्युत आपूर्ति किए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने बताया कि मेले में सुरक्षा की व्यवस्था के लिए 850 जवान व महिला पुलिसकर्मी एवं मोबाइल टीमें गठित की गई है तथा वाहनों की पार्किंग व्यवस्था डिग्गी मोड पर रखी गई है। पुलिस अधीक्षक ने मन्दिर ट्रस्ट की ओर से होमगार्ड लगाने की बात कही।
इस पर 50 होमगार्ड लगाने की सहमति बनी। उपखण्ड अधिकारी अजय कुमार आर्य ने कहा कि इस वर्ष मेले के दौरान मन्दिर में सुबह मंगला आरती के समय व्यवस्थाओं को सूचारु बनाए रखने के लिए 10 प्राइवेट बाउंसर व महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनातगी की जाएगी तथा 34 स्थानों पर सीसी टीवी कैमरें लगाकर सभी प्रकार की गतिविधियों पर पूर्ण नजर रखी जाएगी। बैठक में जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।