जिसने ने राशि नहीं दी। उनके साथ मारपीट हुई। कई प्रताडऩाएं भी दी गई। इसमें जेल प्रशासन का सहयोग रहा। ऐसी आधा दर्जन शिकायतें जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ उच्चाधिकारियों तक पहुंची। मामले में जिला कलक्टर ने जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी से जांच कराई।
आरटीआइ के तहत राजेन्द्र सिंह तोमर ने जब जांच रिपोर्ट ली तो उसमें पता चला कि जो भी जेल प्रशासन तथा उसमें वसूली करने वाले बंदियों पर आरोप लगाए गए वो सही थे। इसके बावजूद ना तो वसूली करने वाले बंदियों तथा जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की गई।
हालांकि जिला कलक्टर ने उचित कार्रवाई के लिए डीजी जेल जयपुर को भी रिपोर्ट भेजी है। तोमर ने बताया कि मामले की जांच जेल मुख्यालय के आला अधिकारियों की टीम और कोतवाली थाना पुलिस अलग-अलग कर रही है। उन्होंने निष्पक्ष जांच के लिए जेल के वर्तमान अधीक्षक, जेलर व डिप्टी जेलर को पदों से हटाने की मांग की है। वहीं कोतवाली थाने में दर्ज मामले की जांच सीबीसीआइडी या भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से कराई जाए। इसके लिए डीजीपी पुलिस, आइजी अजमेर व एसीबी महानिरीक्षक को पत्र लिखा है।
82 वाहनों के किए चालान
निवाई. कोरोना वायरस के चलते शहर में की गई नाकेबंदी के दौरान गुरुवार को 52 वाहनों के चालान किए गए और सोशल डिस्टेंसिंग, बिना मास्क के कोविड़ के तहत 2 जनों के चालान किए है। सदर पुलिस ने भी 10 वाहनों और 5 जनों के कोविड़ के तहत चालान किए है। इसी प्रकार दत्तवास पुलिस ने 10 वाहनों और 5 जनों के कोविड़ के तहत चालान काटे है।
बरोनी पुलिस ने 10 वाहनों व 5 जनों के कोविड़ की पालना नहीं करने पर चालान काटे है। इसी प्रकार निवाई पुलिस ने शांति भंग में विजय उर्फ पिंटू एवं रविंद्र उर्फ रिंकू पुत्र प्रहलाद बैरवा निवासी पटवार घर के पीछे तथा नानगराम पुत्र छीतरमल बैरवा निवासी पटवार घर के पीछे को आपस में झगड़ा करने पर शांतिभंग में गिरफ्तार किया है।ए.सं.