गौरतलब है कि बजरी के स्टॉक का ड्रोन, जीपीएस सर्वे किए जाने पर खनिज विभाग टोंक के रिकॉर्ड से अधिक स्टॉक पाए जाने पर बजरी परिवहन पर रोक लगाई गई है। इसके बाद टोंक जिला कलक्टर डॉ. सौम्या झा ने टोंक एवं पीपलू उपखंड अधिकारी को बजरी भंडारण वाले 6 स्थानों पर राजस्व, पुलिस एवं खनिज विभागों के कार्मिकों की 3 पारियों में तैनाती के आदेश जारी किए।
आदेश में पालड़ा, सईदाबाद, मंडावर, डोडवाड़ी, मारखेड़ा, मूंडियां में स्टॉक स्थलों पर कार्मिकों की तैनाती करते हुए मौका निरीक्षण करने के निर्देश दिए हंै। अलग-अलग पारियों में कार्मिक किए तैनात
बनास नदी स्थित नाकों पर पूर्णतया बजरी निर्गमन रोकने को लेकर तीन अलग-अलग पारियों में ड्यूटी के लिए प्रति भंडारण पर 6 कर्मचारी लगाए हैं। इसके अलावा पुलिस व खनिज विभाग के कार्मिक अगल से तैनात किए हैं।
बनास नदी स्थित नाकों पर पूर्णतया बजरी निर्गमन रोकने को लेकर तीन अलग-अलग पारियों में ड्यूटी के लिए प्रति भंडारण पर 6 कर्मचारी लगाए हैं। इसके अलावा पुलिस व खनिज विभाग के कार्मिक अगल से तैनात किए हैं।
तीन पारियों का यह है समय
ड्यूटी को लेकर प्रथम पारी सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक, द्वितीय पारी दोपहर 2 से रात 10 बजे तक, तृतीय पारी रात 10 सुबह 6 बजे तक संचालित है।
ड्यूटी को लेकर प्रथम पारी सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक, द्वितीय पारी दोपहर 2 से रात 10 बजे तक, तृतीय पारी रात 10 सुबह 6 बजे तक संचालित है।
16 लाख 18 हजार टन बजरी का माना था अंतर सर्वे में कुल 16 लाख 18 हजार 724 टन बजरी का अंतर स्टॉक से अधिक पाया था। विभाग के अनुसार पालड़ा में 370113.09, डोडवाडी में 136019.34, मूंडिया द्वितीय में 177605.02, मूंडिया प्रथम में 149277.14, सईदाबाद में 336190.07 तथा मंडावर में 449519.36 का अंतर पाया गया था।
ऊंट गाड़ी में बिकने पहुंची बजरी
अवैध बजरी खनन, लीज धारक पर बजरी का अधिक स्टॉक करने पर हुई कार्रवाई के बाद शुक्रवार को पीपलू कस्बे में ऊंट मालिक ऊंट गाड़ी में बजरी भरकर बेचने पहुंचे। गहलोद स्थित बनास नदी से ऊंट गाड़ी में बजरी भरकर ऊंट गाड़ी मालिक पीपलू तक पहुंचे है। जहां एक ऊंट गाड़ी में भरी हुई बजरी को 1000 रुपए तक बेची गई।
अवैध बजरी खनन, लीज धारक पर बजरी का अधिक स्टॉक करने पर हुई कार्रवाई के बाद शुक्रवार को पीपलू कस्बे में ऊंट मालिक ऊंट गाड़ी में बजरी भरकर बेचने पहुंचे। गहलोद स्थित बनास नदी से ऊंट गाड़ी में बजरी भरकर ऊंट गाड़ी मालिक पीपलू तक पहुंचे है। जहां एक ऊंट गाड़ी में भरी हुई बजरी को 1000 रुपए तक बेची गई।