लोग प्रसिद्ध देवतमाता के दर्शन कर पिकनिक मना चादर पर नहाने का मजा ले रहे है। गौरतलब है की बारिश के बाद जिले के राजमहल, संथली, बंथली, सरोली, जूनिया, नयागांव, आमली देवल्या, भरनी सहित एक दर्जन से अधिक गांवों का पानी छान में बने एनिकट तक आ रहा है।
read more: video: टयूबवैल के रास्ते बरसात का पानी भरने से जलापूर्ति ठप, पेयजल समस्या समस्या से जूझ रहे ग्रामीण छान ग्राम पंचायत की ओर से बनास नदी पर बनाए गए एनिकट का निर्माण अक्टूबर 2018 में पूर्ण हुआ था। एक्त एनिकट की लम्बाई लगभग 950 फीट, चौड़ाई, चार फीट व गहराई नौ फीट तक है।
बांधों में पानी की आवक जारी
उनियारा.कस्बे सहित उपखण्ड क्षेत्र में इन दिनों हो रही बरसात से जहां बांधो में पानी की आवक बनी हुई है। जल संसाधन विभाग के बाढ नियंत्रण कक्ष प्रभारी एवं कनिष्ठ अभियन्ता रबिना मीणा ने बताया कि शुक्रवार को सुबह साढे 8 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों के दौरान गलवा बांध पर 16, गलवानिया पर 27 तथा ठिकरिया बांध पर 10 एमएम बरसात दर्ज की गई।
read more:video: राजस्थान में यहां कर्मचारियों को हेलमेट पहनकर करना पड़ रहा है काम, कारण जानकर आप भी हो जाएगे हैरान! बरसात से गलवा बांध में 2 इंच, श्योदानपुरा में 6 इंच तथा ठिकरिया एवं कुम्हारियां बांधो में 10-10 सेमी पानी की आवक दर्ज की गई। उन्होने यह भी बताया कि 15 जून से शुरू हुए बरसात के मौसम में अब तक गलवा बांध पर 443, गलवानिया पर 439 तथा ठिकरिया बांध पर 420 एमएम बरसात दर्ज की जा चुकी है।
गहलोद रपट पर अवागमन बंद रानोली कठमाणा . गहलोद बनास नदी पर बने रपट पर शुक्रवार को पानी आने से अवागमन बंद हो गया। रपट पर पानी आने से पीपलू, टोडारायसिंह, मालपुरा के लोगों का गहलोद मार्ग से टोंक का सीधा सम्पर्क टूट गया। टोंक आने-जाने के लिए लोगों को 50 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ा।
read more:बनास में खननकर्ताओं ने रपट के पाइप को जाली से कर दिया बंद बनास नदी के गहलोद में बना रपटा पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। बारिश पूर्व रपट की मरम्मत नहीं होने से पानी आते ही यहां आवागमन बंद हो गया। कई वर्षों से यहां रपट या पुलिया नहीं बनने से बारिश के समय आवागमन बंद होता आ रहा है। गहलोद रपट पर पानी आने से डिग्गी कल्याणधणी के दर्शनों को जा रहे पदयात्री सुबह तक जान जोखिम में डाल कर पानी से निकलते रहे। पीपलू पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से पदयात्रियों को रास्ता पार करवाया।