20 साल की उम्र में उन्हें फिल्म में काम करने का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया था। लेकिन दो साल बाद उन्होंने 22 साल की उम्र में डायरेक्टर वसंत की फिल्म ‘नेररुक्कू नेर’ (1997) से डेब्यू किया। इस फिल्म के प्रोड्यूसर मणि रत्नम थे।
2001 में आई फिल्म ‘नंदा’ उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। इस फिल्म के लिए उन्हें तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवॉर्ड में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला था। साल 2010 में उन्होंने फिल्म ‘रक्त चरित्र’ में काम किया था। फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट न्यूकमर का स्क्रीन अवॉर्ड मिला था। उन्होंने ‘कादले निम्माधि’ (1998), ‘कृष्णा’ (1999), ‘श्री’ (2002), ‘काका काका’ (2003), ‘सिंघम’ (2010), ‘निनाततु यारो’ (2014), ‘अंजान’ (2014), ‘कल्याणरमन’ (2015), ’24 (2016) सहित कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है।
यह भी पढ़ें मरीन इंजिनियर बनना चाहता था ये अभिनेता, डायरेक्टर पिता ने जबरदस्ती बनाया एक्टर फिल्म सिंघम के बाद से सूर्या को दक्षिण भारत समेत पूरे भारत में पहचाना जाने लगा। इस फिल्म से उनके अभिनय को सराहना मिली। फिल्म की कहानी भी लोगों को बहुत पसंद आई। बाद में सिंघम नाम से ही इस फिल्म का बॉलीवुड में रीमेक बनाया गया। जिसे रोहित शेट्टी ने बनाया और अजय देवगन इस फिल्म मुख्य भूमिका में नजर आए। फिल्म हिंदी में भी सुपरहिट साबित हुई।
सूर्या ने सितंबर 2006 को एक्ट्रेस ज्योतिका से शादी की थी। दोनों के दो बच्चे बेटी दीया और बेटा देवा है। सूर्या और ज्योतिका ने तकरीबन 7 फिल्मों में साथ काम किया है। सूर्या साउथ सिनेमा के हाइएस्ट पेड स्टार्स में से हैं। वे एक फिल्म के लिए 20-25 करोड़ रुपए लेते हैं।
यह भी पढ़ें जब कमल हासन ने एक्ट्रेस रेखा को जबरदस्ती कर दिया था किस हाल ही में सूर्या की फिल्म जय भीम ओटीटी प्लटेफार्म पर रिलीज हुई। इस फिल्म में सूर्या जस्टिस चंद्रू के किरदार में हैं। यह फिल्म दक्षिण भारत की इरूला जनजाति पर बेस्ड हैं। लेकिन फिल्म रिलीज के साथ पहले तमिल भाषा को लेकर चर्चा में रही। इसके बाद वन्नियार समुदाय ने इस फिल्म में उनके गलत ढंग से चित्रण के आरोप लगाए।