जी हां,उन्होंने एक बयान में कहा है कि राष्ट्रगान के लिए सिनेमा हॉल में खड़ा होना उन्हें पसंद नहीं है। पवन कल्याण के इस बयान के बाद से उन्हें लगातार ट्रोल किया जा रहा है। लोग पवन कुमार की निंदा कर रहे हैं।
दरअसल, पवन कल्याण ने एक इवेंट के दौरान कहा था कि सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान बजाना क्या वहां अपनी देशभक्ति दिखाने के लिए है। उन्होंने कहा कि लोग वहां जाकर फूल फेंक देते हैं। पवन ने कहा कि राजनीतिक दलों की बैठकों से पहले राष्ट्रगान क्यों नहीं बजता। सुप्रीम कोर्ट में भी इसे बजाना चाहिए।
गौरतलब है की पवन कल्याण एक्टिंग के अलावा जन सेना से जुड़े हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सवाल खड़ा किया है। बता दें कि 2016 में अदालत ने सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य किया था। इस बयान के बाद ट्विटर पर पवन कल्याण को लोगों ने चुनावी कुकुरमुत्ता तक कह दिया है।