इस हादसे की वजह से हर फिल्म में एक ही लुक में नजर आते हैं एक्टर राजेन्द्रन, शरीर पर नहीं बचा एक भी बाल
साउथ फिल्मों में विलेन के किरदार में नजर आने वाले मशहूर एक्टर राजेन्द्रन अपने यूनिक लुक के लिए जाने जाते हैं। 1 जून, 1957 को तमिलनाडु के थोत्तुकुडी में जन्मे राजेन्द्रन का पूरा नाम मोट्टा राजेन्द्रन है। वो साउथ की करीब 500 फिल्मों में बतौर स्टंटमैन काम कर चुके हैं। हालांकि एक गंभीर हादसे की वजह से उनके शरीर पर एक भी बाल नहीं बचा था।
इस हादसे की वजह से हर फिल्म में एक ही लुक में नजर आते हैं एक्टर राजेन्द्रन, शरीर पर नहीं बचा एक भी बाल
राजेंद्रन ने करियर की शुरुआत 1992 में आई फिल्म अमारन से की थी। हालांकि इसमें उन्हें क्रेडिट नहीं दिया गया था। राजेन्द्रन दिखने में भी आम लोगों से बिल्कुल अलग हैं। दरअसल, उनके शरीर पर एक भी बाल नहीं बचा है। ऐसा जन्म से नहीं है, बल्कि इससे यह एक घटना की वजह से हुआ है।
एक मलयालम फिल्म की शूटिंग के दौरान कलपेट्टा में राजेन्द्रन को स्टंट करते हुए बाइक के साथ पानी में छलांग लगानी थी। हालांकि बाद में पता चला कि जिस पानी में वो कूदे थे, उसमें किसी कंपनी ने केमिकल वेस्ट मिलाया हुआ था।
राजेंद्रन ने 2003 में फिल्म ‘पितामगन’ में छोटा सा रोल किया था। हालांकि केमिकल वाले हादसे के बाद राजेंद्रन का लुक विलेन की तरह लगने लगा और उन्हें साउथ इंडस्ट्री में एक नई पहचान मिली। 2009 में आई फिल्म ‘नान कडावुल’ में उन्होंने विलेन का किरदार प्ले किया था।
राजेन्द्रन ने बॉलीवुड फिल्म ‘इंसान’ में भी काम किया है। हालांकि इसमें उनका छोटा रोल ही था। इसमें अक्षय कुमार और अजय देवगन भी थे। केमिकल वाले हादसे के बाद उन्हें एक डिसऑर्डर हो गया, जिसका नाम है एलोपीसिया यूनिवर्सेलिस। यह एक ऐसा डिसऑर्डर है, जिसमें शरीर के सारे बाल झड़ जाते हैं और नए बाल भी नहीं आते।
राजेंद्रन ने 500 से भी ज्यादा साउथ फिल्मों में बॉडी डबल और बतौर स्टंटमैन काम किया। हालांकि बाद में वो एक्टिंग की दुनिया में आ गए। इस दौरान उन्होंने विलेन से लेकर कॉमेडियन तक के रोल निभाए।
राजेंद्रन ने जेंटलमैन, थलाइमगन, नान कडावुल, बॉस एंगिरा भास्करन, थम्बी अर्जुन, अम्बुली, राजा रानी, थिरुदन पुलिस, कंचना 2, मास, नानुम राउडीधान, वेदालम, थेरी, रेमो, भैरवा, मर्सेल, वीरा, नेत्रा, गोरिल्ला और जैकपॉट जैसी फिल्मों में काम किया है।