अभिनेता शूटिंग जारी रखने में सक्षम नहीं होने के कारण दर्शकों के पास घर पर देखने के लिए कुछ भी नहीं बचा था, क्योंकि शूटिंग अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गई थी। यह वह समय था, जब रामानंद सागर की रामायण का प्रसारण फिर से शुरू हुआ और एक बड़ी सफलता बन गई।
80 और 90 के दशक में सबसे अधिक देखा जाने वाला शो है रामायण
साल 1980 और 1990 के दशक के अन्य पुराने शो के साथ-साथ इस पौराणिक शो ने डीडी नेशनल पर दर्शक की संख्या शीर्ष पर पहुंचने में मदद की। चैनल ने शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए 19 लाख से अधिक इंप्रेशन प्राप्त किए। एक ऐसी उपलब्धि, जिसकी सामान्य परिस्थितियों में कल्पना नहीं की जा सकती थी।
साल 1980 और 1990 के दशक के अन्य पुराने शो के साथ-साथ इस पौराणिक शो ने डीडी नेशनल पर दर्शक की संख्या शीर्ष पर पहुंचने में मदद की। चैनल ने शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए 19 लाख से अधिक इंप्रेशन प्राप्त किए। एक ऐसी उपलब्धि, जिसकी सामान्य परिस्थितियों में कल्पना नहीं की जा सकती थी।
यदि महाकाव्य रामायण को कभी दक्षिण सिनेमा इंडस्ट्री ने रूपांतरित किया तो दर्शकों को लगता है कि ये अभिनेता और अभिनेत्रियां ड्रीम कास्ट बनेंगे। उन्हें लगता है राम और सीता की किरदार को इस जोड़ी से बेहतर कोई और नहीं निभा सकता है। वो कैसे आइए जानते हैं।
सोशल मीडिया पर भी इस फिल्म का काफी आलोचना का शिकार होना पड़ा है. फिल्म आदिपुरुष को लेकर सियासत भी जमकर देखने को मिली। कई राजनीतिक दलों ने फिल्म पर धार्मिक भावनाएं आहत होने का आरोप लगाया है तो वहीं कई लोगों ने फिल्म को बैन करने तक की मांग की है। इसी दौरान फैंस ने राम चरण को लेकर अपने दिल की बात रखी।
राम चरण को ‘भगवान राम’ की भूमिका में देखना पसंद करते हैं फैंस
RRR में जब राम चरण अल्लूरी सीताराम राजू के रूप में स्क्रीन पर दिखाई दिए, उस वक्त ही दर्शकों ने उन्हें राम के रूप में देखा, उस वक्त से लोग उन्हें पंसद कर रहे हैं। RRR में राम के रूप में वह बेहद कॉन्फिडेंट दिखे। यदि रामायण का यह संस्करण बनाया जाता है, तो हम राम चरण को भगवान राम की भूमिका में देखना पसंद करेंगे।
राम चरण को ‘भगवान राम’ की भूमिका में देखना पसंद करते हैं फैंस
RRR में जब राम चरण अल्लूरी सीताराम राजू के रूप में स्क्रीन पर दिखाई दिए, उस वक्त ही दर्शकों ने उन्हें राम के रूप में देखा, उस वक्त से लोग उन्हें पंसद कर रहे हैं। RRR में राम के रूप में वह बेहद कॉन्फिडेंट दिखे। यदि रामायण का यह संस्करण बनाया जाता है, तो हम राम चरण को भगवान राम की भूमिका में देखना पसंद करेंगे।
मां सीता के रूप में कीर्ति सुरेश
कीर्ति सुरेश दर्शकों की पसंदीदा में से एक हैं। अगर यह फिल्म कभी बनी तो वह निश्चित तौर पर मां सीता के किरदार में दिखेंगे। उनकी सादगी और मधुरता उन्हें इस भूमिका के लिए बिल्कुल उपयुक्त बनाती है। साथ ही, अभिनय में भी निखार है।
कीर्ति सुरेश दर्शकों की पसंदीदा में से एक हैं। अगर यह फिल्म कभी बनी तो वह निश्चित तौर पर मां सीता के किरदार में दिखेंगे। उनकी सादगी और मधुरता उन्हें इस भूमिका के लिए बिल्कुल उपयुक्त बनाती है। साथ ही, अभिनय में भी निखार है।
लक्ष्मण के रूप में वरुण तेज
जब फिदा साल 2017 में रिलीज हुई, तो वरुण तेज ने खुद को एक सफल अभिनेता के रूप में स्थापित किया। तब से उन्हें दर्शकों का प्यार मिल रहा है। वह लक्ष्मण की भूमिका के लिए बिल्कुल उपयुक्त व्यक्ति होंगे। क्योंकि फिदा में उन्हें कर्तव्यनिष्ठ और जिम्मेदार छोटे भाई की भूमिका निभाते हुए देखा था।
जब फिदा साल 2017 में रिलीज हुई, तो वरुण तेज ने खुद को एक सफल अभिनेता के रूप में स्थापित किया। तब से उन्हें दर्शकों का प्यार मिल रहा है। वह लक्ष्मण की भूमिका के लिए बिल्कुल उपयुक्त व्यक्ति होंगे। क्योंकि फिदा में उन्हें कर्तव्यनिष्ठ और जिम्मेदार छोटे भाई की भूमिका निभाते हुए देखा था।
विजय सेतुपति रावण के रूप में
वहीं बात करे रावण के किरदार की तो विजय सेतुपति की चिंता भरी आंखें और जीवन से भी बड़ा व्यक्तित्व उन्हें रावण का किरदार निभाने के लिए आदर्श अभिनेता बनाता है। ‘विक्रम वेधा’, ‘मास्टर’ और ‘विदुथलाई’ जैसी फिल्मों में अभिनय करके उन्होंने अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित की है। अपनी शानदार अभिनय क्षमता से वह रावण के चरित्र को एक नया अर्थ दे सकते हैं।
वहीं बात करे रावण के किरदार की तो विजय सेतुपति की चिंता भरी आंखें और जीवन से भी बड़ा व्यक्तित्व उन्हें रावण का किरदार निभाने के लिए आदर्श अभिनेता बनाता है। ‘विक्रम वेधा’, ‘मास्टर’ और ‘विदुथलाई’ जैसी फिल्मों में अभिनय करके उन्होंने अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित की है। अपनी शानदार अभिनय क्षमता से वह रावण के चरित्र को एक नया अर्थ दे सकते हैं।
कार्थी भगवान हनुमान के रूप में
कार्थी विविध भूमिका निभाने के लिए प्रसिद्ध हैं। वह कुछ ही सेकंड में एक प्रखर व्यक्ति से एक मासूम व्यक्ति बन सकते हैं। यही भगवान हनुमान के स्वाभाव हैं। अगर यह फिल्म कभी बनी तो हम ‘पोन्नियिन सोल्विन’ स्टार को हनुमान के रूप में देखना पसंद करेंगे।
कार्थी विविध भूमिका निभाने के लिए प्रसिद्ध हैं। वह कुछ ही सेकंड में एक प्रखर व्यक्ति से एक मासूम व्यक्ति बन सकते हैं। यही भगवान हनुमान के स्वाभाव हैं। अगर यह फिल्म कभी बनी तो हम ‘पोन्नियिन सोल्विन’ स्टार को हनुमान के रूप में देखना पसंद करेंगे।
यदि एसएस राजामौली निर्देशक के रूप में आते हैं तो सबसे अच्छी बात यह होगी। फिल्म निर्माता ने खुले तौर पर कबूल किया है कि वह अपनी फिल्मों के लिए महाभारत और रामायण से प्रेरणा लेते हैं। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है डायरेक्टर एसएस राजामौली जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू करेंगे।