प्रकाश राज पर की जा रही एफआईआर दर्ज करने की मांग
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के एक वकील शशांक शेखर झा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक्टर प्रकाश राज की एक तस्वीर शेयर की है। उन्होंने तमिलनाडु पुलिस को टैग करते हुए सवाल किया की क्या प्रकाश राज के खिलाफ उन्होंने मामला दर्ज किया? शेयर की गई तस्वीर में प्रकाश काले रंग की टी-शर्ट में दिखाई दे रहे हैं, जिस पर कन्नड़ में लिखा हुआ है, ‘मुझे हिंदी नहीं आती, जाओ!’। अब इस मामले को लेकर बवाल शुरू हो गया है।
प्रकाश राज ने किया विरोध
तो वहीं, प्रकाश राज ने शशांक शेखर झा के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अंग्रेजी और कन्नड़ दोनों में सवाल किया, “मेरी उत्पत्ति, मेरी मातृभाषा कन्नड़ है। यदि आप उसका अपमान करते हैं और अपनी भाषा थोपते हैं, तो मैं विरोध करूंगा। क्या आप मुझे धमका रहे हैं?”
प्रकाश राज ने हिंदी भाषा थोपने का लगाया आरोप
प्रकाश राज ने इस संबंध में एक और ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा, “मैं 7 भाषाएँ बोलता हूँ। किसी भाषा को सीखने और बोलने का अर्थ है उसके लोगों का सम्मान करना। मैंने उन लोगों की हर भाषा सीखी है जिनके साथ मैं काम करता हूं। मैं अपनी भाषा किसी पर थोपता नहीं हूं। लेकिन अगर आप मेरी भाषा का अपमान करते हैं और मुझ पर अपनी भाषा थोपते हैं, तो मैं विरोध करूंगा।”पउन्होंने इस ट्वीट को हैशटैग #stopHindiImposition #justasking दिया है।
प्रकाश राज की फिल्म की क्लिप शेयर कर वकील ने उठाया मुद्दा
इस ट्वीट के बाद प्रकाश राज ने एक और ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने वकील शशांक शेखर झा के एक ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए कहा, “जयभीम का एक दृश्य एक स्थानीय पुलिस अधिकारी एक अपराधी से पूछताछ करता है जो स्थानीय भाषा जानने के बावजूद हिंदी बोलकर कानून को चकमा देने की कोशिश करता है। और आप इसका इस्तेमाल हमारी लड़ाई पर सवाल उठाने के लिए करना चाहते हैं। आपके नफरत के एजेंडे का पर्दाफाश हो गया है।”
दरअसल, वकील ने प्रकाश राज के एक फिल्म की क्लिप को ट्वीट करते हुए उन पर सवाल उठाए थे। क्लिप को शेयर करते हुए उन्होंने कहा, “यह जयभीम फिल्म में प्रकाश राज का पाखंड है। तेलुगु, तमिल और हिंदी में एक ही दृश्य। अंतर और पाखंड देखें।”
हिंदी दिवस पर किया था हिंदी भाषा थोपने का विरोध
बता दें, प्रकाश राज की सामने आ रही यह विवादित फोटो एक्टर ने खुद 13 सितंबर, 2020 को हिंदी दिवस के अवसर पर पोस्ट की थी। इस फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘मैं कई भाषाएं जानता हूं। मैं कई भाषाओं में काम कर सकता हूं। लेकिन मेरी आस्था.. मेरी उत्पत्ति.. मेरी ताकत.. मेरा गौरव.. मेरी मातृभाषा कन्नड़ है।”
प्रकाश राज के अलावा कई एक्टर ने किया था विरोध
हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी भाषा थोपने के खिलाफ बोलने वाले केवल प्रकाश राज ही नहीं बल्कि उनके साथ कई एक्टर शामिल थे। इस मुद्दे को लेकर एक्टर धनंजय और वशिष्ठ एन सिम्हा ने भी सोशल मीडिया पर हिंदी दिवस को लेकर अपनी राय रखी थी। अब तीन साल बाद उसी पोस्ट पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की जा रही है।