ट्विटर पर जुड़वां बच्चों को लेकर चल रही बहस ने सरकार के मन में भी शक पैदा कर दिया है। तमिल फिल्मों के पावर कपल नयनतारा और विग्नेश शिवन दोनों के अनुसार उनके दोनों जुड़वा बच्चे सरोगेसी के जरिए हुए हैं। शादी के चार महीने बाद सेरोगेसी के जरिए बेटों के जन्म को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या उन्होंने भारतीय सरोगेसी कानूनों द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं का का पालन किया है?
सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने इससे संबंधित पूछे गए सवाल में कहा कि इसकी जांच की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री एमए सुब्रमण्यम ने कहा, ‘ इस मामले में जांच की जाएगी और कपल से जवाब भी मांगेगी। सरोगेसी अपनेआप में ही बड़ी बहस का मुद्दा है। लेकिन, कानून लोगों को सरोगेसी का सहारा लेने की तभी इजाजत देता है जब वो 21 वर्ष से अधिक और 36 वर्ष से कम आयु के हों। इसमें भी परिवार की मंजूरी ली जाती है।’
मंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच करने के लिए चिकित्सा सेवा निदेशालय को निर्देश देंगे। भारत में कॉर्मशियल सरोगेसी पर प्रतिबंध लग चुका है। निमय है कि सरोगेट को कम से कम एक बार शादी करनी चाहिए और उसका अपना बच्चा होना चाहिए। कपल की तरफ से इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
कपल ने 9 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर बताया की वे जुड़वा बच्चों के पेरेंट्स बने हैं। यह अनाउंस करते हुए उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने जुड़वा बच्चों के पैरों की तस्वीर शेयर की और कैप्शन में लिखा- ‘नयनतारा और मैं अम्मा और अप्पा बन गए हैं। हम ब्लेस्ड हैं, कि हमें जुड़वा बच्चे हुए हैं। हमारी सभी प्रार्थनाएं, हमारे पूर्वजों के आशीर्वाद हमारे बच्चे के रूप में आया है। हमें आप सभी का आशीर्वाद चाहिए। हमारे उइरो और उलगाम के लिए।’
नयनतारा और विग्नेश शिवन ने अपने जुड़वां बच्चों का नाम उइरो और उलगाम रखा है। डायरेक्टर ने खुद अपने बच्चों का नाम रिविल किया है।नयनतारा और विग्नेश शिवन इसी साल 9 जून को एक दूसरे को 6 साल तक डेट करने के बाद शादी की थी।