मैं अभिनय करना नहीं जानती:
उन्होंने कहा कि उनका मन हमेशा से ही ऐसे निर्देशकों के साथ काम करने का था जो उन्हें प्रेरित करें और उनका सम्मान करें। साल 2007 में ‘श्रीरंगम’ से तमिल सिनेमा जगत में पदार्पण करने वाली अभिनेत्री ने कहा, ‘ऐसे लोग, जो वास्तव में मेरे लिए चुनौतियां पेश कर सकें और मुझे लगभग मेरी सीमाओं से बाहर तक निकलकर मुझसे काम कराएं। मुझे इसमें वास्तव में मजा आता है।’ अदिति को लगता है कि वे खुशकिस्मत हैं। अदिति ने कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं कुछ नहीं जानती हूं, मैं अभिनय करना नहीं जानती, लेकिन ऐसे निर्देशक के सामने समर्पित हो सकती हूं जिसका मैं सम्मान करती हूं और जिसे पसंद करती हूं।’
मणिरत्नम शानदार लेखक भी:
मणिरत्नम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘उनकी आवाज शानदार है और कहानी बताने का तरीका अद्वितीय है और वह शानदार लेखक भी हैं। उन्होंने कई रोमांचक फिल्में बनाई हैं। मैंने ज्यादा फिल्मों में काम नहीं किया, लेकिन ऐसे निर्देशक के साथ काम करना चाहती हूं जिनके साथ आज तक काम ना किया हो।’