बता दे कि बचपन से ही रजनीकांत सुपरस्टार बनने का सपना देखा करते थे। अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने 1974 में मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया। कन्नड़ बोलने वाले अभिनेता ने तमिल बोलना सीखा। तमिल बोलना रजनीकांत के लिए इतना सफल रहा कि उनको पहला ब्रेक तमिल फिल्म में ही मिला। फिर क्या था फिर अभिनेता ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
आपको बता दे कि रजनीकांत को उनके अभिनय के लिए साल 2000 में तीसरे सबसे बड़े सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। बता दे कि 1981 में रजनीकांत नें शादी की और अब रजनीकांत को किसी पहचान की जरुरत नहीं हैं। हम बस यही दुआ करते हैं कि रजनीकांत ऐसे ही दर्शकों के बीच बने रहे और सिनेमा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहें।