क्या है प्रशंसक हत्याकांड मामला?
दर्शन, पवित्रा और 15 अन्य को 11 जून, 2024 को चित्रदुर्ग के एक प्रशंसक रेणुकास्वामी का अपहरण करने और उसकी बेरहमी से हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। रेणुकास्वामी ने कथित तौर पर पवित्रा गौड़ा को अपमानजनक और अश्लील संदेश भेजें, क्योंकि वह इस बात से नाराज़ थी कि विवाहित होने के बावजूद दर्शन ने उसके साथ संबंध बनाए रखा। बेंगलुरू सेंट्रल जेल में उसके कथित “रॉयल ट्रीटमेंट” की तस्वीरें सामने आने के बाद दर्शन को बल्लारी जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। वर्तमान में वह मामले से संबंधित तीन एफआईआर का सामना कर रहा है। पुलिस ने 4 सितंबर को अदालत में एक अतिरिक्त चार्जशीट के साथ 3,991 पन्नों की चार्जशीट पेश की।
131 दिन हिरासत में बिताने के बाद दर्शन को 30 अक्टूबर, 2024 को जेल से रिहा कर दिया गया था।
कर्नाटक पुलिस ने हाईकोर्ट के फैसले को दी चुनौती
इस बीच, ताजा जानकारी के मुताबिक कर्नाटक पुलिस ने प्रशंसक हत्या मामले में दर्शन को जमानत देने के हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है। पवित्रा और दर्शन काफी लंबे समय से फ्रैंड हैं। दोनों को कई बार एक साथ देखा गया है। दर्शन की पत्नी का नाम विजयलक्ष्मी है। किसी बात को लेकर पवित्रा और विजयलक्ष्मी के बीच सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए सार्वजनिक रूप से झगड़े भी हुए, जिसके कारण दर्शन के प्रशंसकों ने उनका पक्ष लिया। पुलिस के अनुसार, विजयलक्ष्मी का समर्थन करने वाले रेणुकास्वामी ने पवित्रा की आलोचना की, जिसके कारण अंततः उनकी क्रूर हत्या हुई। रेणुकास्वामी की लाश 9 जून को बेंगलुरु के कामाक्षीपाल्या इलाके के एक अपार्टमेंट के पास मिली थी।