बता दें कि दर्शकों के दिलो-दिमाग में जिस कटप्पा की तस्वीर रच-बस गई थी, उसी कटप्पा उर्फ सत्यराज मंगलवार को अपना 63वां जन्मदिन मना रहे हैं। सत्यराज का जन्म 3 अक्टूबर 1954 को कोएंबटूर में हुआ था। सत्यराज का असली नाम रंगाराज सुबय्या है। सत्यराज साउथ इंडस्ट्री का बहुत ही जाना-माना चेहरा है। सत्यराज अपनी बेहतरीन एक्टिंग से सभी के दिलो पर राज करते है.। सत्यराज ने अब तक 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। बाहुबली फिल्म के आने से पहले सत्यराज को बहुत ही कम लोग जानते थे, लेकिन बाहुबली सीरीज से उन्हें “कटप्पा” नाम की एक अनोखी पहचान मिल गई।
फिल्म बाहुबली से पहले सत्यराज हिंदी दर्शकों से रूबरू हो चुके थे। फिल्म थी रोहित शेट्टी की सुपरहिट चेन्नई एक्सप्रेस। इस फिल्म में वो दीपिका पादुकोण के पिता का रोल निभाया था। बहुत ही दमदार रोल था सत्यराज का, लेकिन शाहरुख के स्टारडम के आगे वो उभरकर सामने नहीं आए। हम आपको बताना चाहते हैं कि सत्यराज ने अपने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत बतौर लीड एक्टर के तौर पर की थी। सत्यराज की एक खास बात यह है कि वो अक्सर अपनी फिल्म पूरी होने के बाद सेट पर मौजूद टेक्नीशियंस को तोहफे देते हैं। सत्यराज जब 31 साल के थे, तब उन्होंने एक फिल्म में 35 साल के रजनीकांत के पिता का किरदार निभाया था। उनका कहना है कि वह कभी भी उम्र की परवाह नहीं करते हैं।
सत्यराज ने साल 1979 में प्रोड्यूसर मधमपट्टी शिवकुमार की भतीजी माहेश्वरी से शादी की थी। उनका बेटा सिबिराज भी एक्टर हैं। वहीं बेटी दिव्या पेशे से न्यूट्रिशनिस्ट हैं। एक रिपोर्ट की मानें तो सत्यराज के सिर पर बाल नहीं हैं। कॅरियर के शुरुआती दौर में ही उनके बाल झड़ गए थे। इस वजह से वह साल 1986 से विग पहन रहे हैं। सत्यराज के साथ काम करने वाले बताते हैं कि वो वक्त के बहुत पाबंद हैं और अक्सर सुबह 6 बजे की शूटिंग के लिए 5 बजे ही सेट पर पहुंच जाते हैं और संयम के साथ अपने शॉट का इंतजार करते हैं।
बेशक, सत्यराज ने अब तक दक्षिण भारत की कई फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाए हैं, लेकिन ‘बाहुबली बिगनिंग’ और’ बाहुबली: द कन्क्लूजन’ में कटप्पा का किरदार निभाकर उन्होंने जो छाप दर्शकों के दिलों पर छोड़ी है, उसे भुला पाना आसान नहीं है। हमारी ओर से कटप्पा उर्फ सत्यराज को को उनके 63वें जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई…आप उन्हें विश नहीं करेंगे!