वह जीतनी तेजी से ऊंचाइयों पर पहुंचे थे, उतनी तेजी से वह नीचे भी गिर गए। अब्बास ने अपने डेब्यू से ही तमिल इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना ली थी। डेब्यू के 9 साल के अंदर ही उन्होंने लीड रोल से लेकर सपोर्टिंग रोल निभाकर लोगों के दिलों पर राज किया।
अपने 20 साल के फिल्म करियर के आखिरी पड़ाव पर उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करन पड़ा और वह न्यूजीलैंड में परिवार के साथ चले गए। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में इसकी वजह बताई।
अब्बास ने कहा, “मेरी शुरुआती फिल्में सक्सेस फुल थीं। इसके बाद मेरी कई फिल्में फ्लॉप रही, जिससे मैं आर्थिक रूप से कंगाल हो गया। मेरे पास सिगरेट और घर का किराया देने के लिए भी पैसे नहीं बचे थे।”
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4 बार दिवालिया हुए अब्बासअब्बास अब भारत लौट आए हैं। वो मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 1996 में तमिल फिल्म ‘कधाल देशम’ से डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने का कमल हासन के साथ ‘हे राम’, रजनीकांत के साथ ‘पड्डयप्पा’ में काम किया। उन्होंने ‘कांडुकोंडयन कांडुकोंडयन’, ‘आनंदधाम’ और मिन्नाले जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया। इसके अलावा उनकी हिंदी फिल्म ‘अंश’ भी सुपरहिट हुई थी। साल 2002 में आई इस फिल्म के गाने और उनके किरदार ने लोगों को बहुत प्रभावित किया था।