टीकमगढ़

शिक्षा व स्वच्छता की पहल के लिए कॉलेजों को दिए थे गांव गोद

टीकमगढ़. गांव के लोगों को शिक्षा, स्वच्छता, रोजगार और डिजिटल इंडिया से जोडऩे शासन ने जिले के आठ महाविद्यालयों को एक-एक गांव गोद दिया था। जिम्मेदार और छात्रों के सहयोग से गोद लिए गांव की तस्वीर बदलने की जिम्मेदारी थी, लेकिन वहां तक जागरूकता फैलाने के लिए जिम्मेदार पहुंच नहीं पाए हैं। जिसके कारण उन गांवों की स्थिति उलट दिखाई दे रही है।

टीकमगढ़Oct 23, 2024 / 06:34 pm

Pramod Gour

पहाड़ी तिलवारन गांव।

जागरूकता कार्यक्रम करने नहीं पहुंचे जिम्मेदार, ग्रामीणों को नहीं जानकारी
टीकमगढ़. गांव के लोगों को शिक्षा, स्वच्छता, रोजगार और डिजिटल इंडिया से जोडऩे शासन ने जिले के आठ महाविद्यालयों को एक-एक गांव गोद दिया था। जिम्मेदार और छात्रों के सहयोग से गोद लिए गांव की तस्वीर बदलने की जिम्मेदारी थी, लेकिन वहां तक जागरूकता फैलाने के लिए जिम्मेदार पहुंच नहीं पाए हैं। जिसके कारण उन गांवों की स्थिति उलट दिखाई दे रही है।
जिले के आठ महाविद्यालयों ने वर्ष २०२१ में एक-एक गांव गोद लिया था। उन गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता और आत्मनिर्भर के लिए पहल करनी थी। जिम्मेदारों को गांव में रहकर जन चौपाल और जागरूकता के लिए रैली निकालनी थी, लेकिन जिम्मेदारों ने जागरूकता को लेकर कार्य नहीं किया।
जिसके कारण गोद लिए गए गांवों की स्थिति जस की तस बनी है। बताया गया था कि ग्रामीणों को आत्म निर्भर बनाने और पढ़े लिखे युवाओं को प्रेरित कर शिक्षा और स्वच्छता पर विशेष जोर दिया जाना था। युवाओं को बेरोजगारी से आत्मनिर्भर बनाने प्रयास करने थे।
वर्ष २०२१ में लिए गए थे गांव गोद

उच्च शिक्षा विभाग ने अगस्त २०२१ में जिले के 8 महाविद्यालयों को एक-एक गांव गोद दिए थे। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता की अलख ग्रामीणों में जगानी थी। सिर्फ गनेशगंज और कुण्डेश्वर में कॉलेज प्रबंधन ने स्वच्छता और शिक्षा के लिए एक बार अभियान चलाया, लेकिन कई महाविद्यालय ऐसे हैं, जिन्होंने गांव तो गोद ले लिए हैं लेकिन आज तक उन गांव में नहीं पहुंचे।
इन गांवों को लिया था गोद

टीकमगढ़ शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने पहाडी़ तिलवारन, शासकीय विधि महाविद्यालय ने कुण्डेश्वर, शासकीय वीरांगना रानी अबंतीबाई कन्या महाविद्यालय ने गनेशगंज, शासकीय महाविद्यालय जतारा ने बाजीतपुरा बस्ती, शासकीय महाविद्यालय पलेरा ने आलमपुरा, शासकीय महाविद्यालय मोहनगढ़ ने ग्याजीतपुरा, शासकीय महाविद्यालय लिधौरा ने मरगुवां और शासकीय महाविद्यालय बल्देवगढ़ ने प्रेमनगर गांव को गोद लिया था।
इनका कहना

अभी मैं वीडियो कांफ्रेंस में हूं। गोद लिए गए गांवों के बारे में बात करता हूं।

डॉ. इंद्रजीत जैन, प्राचार्य पीजी कॉलेज टीकमगढ़।

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