टीकमगढ़.निवाड़ी और टीकमगढ़ जिले का नापतौल विभाग संसाधनों के साथ कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। एक प्रभारी निरीक्षक और लिपिक के भरोसे दोनों जिलों के छह विकासखंडों की जिम्मेदारी है। जिनके द्वारा लगातार पंजीयन वाली १३ हजार दुकानों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। जबकि सबसे अधिक नापतौल में लापरवाही राशन दुकान और कृषि उपज मंडी के साथ छोटी दुकानों पर हो रही है।
एक जिले को नापतौल विभाग को १२ लाख रुपए जुर्माना का लक्ष्य दिया गया है। संसाधनों और कर्मचारियों की कमी से ६ लाख ९९ हजार ७५५ रुपए तक पहुंच पाया है। दूसरे जिले का नापतौल निरीक्षक टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले का प्रभारी है। जिसके कारण नापतौल विभाग की कार्रवाईयों में देरी हो रहा है। बताया गया कि निवाड़ी जिले में अभी नापतौल विभाग का कार्यालय नहीं खोला गया। टीकमगढ़ से ही वहां की कार्रवाई की जा रही है।
एक जिले को नापतौल विभाग को १२ लाख रुपए जुर्माना का लक्ष्य दिया गया है। संसाधनों और कर्मचारियों की कमी से ६ लाख ९९ हजार ७५५ रुपए तक पहुंच पाया है। दूसरे जिले का नापतौल निरीक्षक टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले का प्रभारी है। जिसके कारण नापतौल विभाग की कार्रवाईयों में देरी हो रहा है। बताया गया कि निवाड़ी जिले में अभी नापतौल विभाग का कार्यालय नहीं खोला गया। टीकमगढ़ से ही वहां की कार्रवाई की जा रही है।
छह विकासखंडा के लिए एक प्रभारी निरीक्षक
बताया गया कि टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़, पलेरा, जतारा, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले का पृथ्वीपुर और निवाड़ी विकासखंड है। इस विकासखंड में ५० हजार से अधिक सभी प्रकार की दुकानें है। जबकि पंजीयन दुकानें १३ हजार बताई जा रही है। तौल की नियम अनुसार उपयोग नहीं हो रही है। जिसकी शिकायतों के लिए हितग्राही घूम रहे है। लेकिन विभाग का कार्यालय नहीं मिल पा रहा है। इसके साथ ही प्रभारी नापतौल निरीक्षक पूरे महीने जिले में नहीं रह पा रहे है। जिसक ा फायदा दुकानदारों द्वारा लिया जा रहा है।
बताया गया कि टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़, पलेरा, जतारा, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले का पृथ्वीपुर और निवाड़ी विकासखंड है। इस विकासखंड में ५० हजार से अधिक सभी प्रकार की दुकानें है। जबकि पंजीयन दुकानें १३ हजार बताई जा रही है। तौल की नियम अनुसार उपयोग नहीं हो रही है। जिसकी शिकायतों के लिए हितग्राही घूम रहे है। लेकिन विभाग का कार्यालय नहीं मिल पा रहा है। इसके साथ ही प्रभारी नापतौल निरीक्षक पूरे महीने जिले में नहीं रह पा रहे है। जिसक ा फायदा दुकानदारों द्वारा लिया जा रहा है।
नहीं हो पा रहा तौल मशीन का सत्यापन, दो साल में एक बार होती है जांच
नाप तौल विभाग निरीक्षक के अनुसार अन्य सरकारी विभागों की तरह ही नाप तौल विभाग भी शासन का महत्वपूर्ण अंग है। आम नागरिकों को मुहैया करवाई जाने वाली वस्तुओं का सही बजन होना और उन्हें धोखाधड़ी से बचाने में विभाग महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करता है। विभाग वर्ष भर शिविर लगाकर तराजू बाट, सभी तरह के तौल कांटा यहां तक की पेट्रोल पंप और इलेक्ट्रानिक वजन मशीन को भी सत्यापित करने का कार्य करता है। ताकि उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर सही वजन की सामग्री मुहैया हो सकें। जानकारी कांटा बाट का सत्यापन दो साल में एक बार किया जाता है। इलेक्ट्रानिक वजन मशीन जिसमें धर्म कांटा, पेट्रोल पंप आदि शामिल है। इनका सत्यागन 12 माह में किया कराया जाना जरूरी है।
फैक्ट फाइल
दो जिले में टीकमगढ़, निवाड़ी
०६ विकासखंड
६३ जांचे टीकमगढ़, निवाड़ी
२४ मामले हुए दर्ज
६९९७५५ लगाया गया जुर्माना
दो जिलों में एक प्रभारी निरीक्षक
एक लिपिक और एक कार्यालय सहायक
इनका कहना
नापतौल को लेकर कार्रवाईयां की जा रही है। जिले में अब तक ६३ जांचों में २४ मामले दर्ज किए गए है। जुर्माना भी वसूला गया है। जहां सबसे अधिक तौल में लापरवाही होती है, वहां पर कार्रवाई किए जाने की तैयारियां की जा रही है।
दिलीप कुमार जडिया, प्रभारी निरीक्षक नापतौल टीकमगढ़।
नाप तौल विभाग निरीक्षक के अनुसार अन्य सरकारी विभागों की तरह ही नाप तौल विभाग भी शासन का महत्वपूर्ण अंग है। आम नागरिकों को मुहैया करवाई जाने वाली वस्तुओं का सही बजन होना और उन्हें धोखाधड़ी से बचाने में विभाग महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करता है। विभाग वर्ष भर शिविर लगाकर तराजू बाट, सभी तरह के तौल कांटा यहां तक की पेट्रोल पंप और इलेक्ट्रानिक वजन मशीन को भी सत्यापित करने का कार्य करता है। ताकि उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर सही वजन की सामग्री मुहैया हो सकें। जानकारी कांटा बाट का सत्यापन दो साल में एक बार किया जाता है। इलेक्ट्रानिक वजन मशीन जिसमें धर्म कांटा, पेट्रोल पंप आदि शामिल है। इनका सत्यागन 12 माह में किया कराया जाना जरूरी है।
फैक्ट फाइल
दो जिले में टीकमगढ़, निवाड़ी
०६ विकासखंड
६३ जांचे टीकमगढ़, निवाड़ी
२४ मामले हुए दर्ज
६९९७५५ लगाया गया जुर्माना
दो जिलों में एक प्रभारी निरीक्षक
एक लिपिक और एक कार्यालय सहायक
इनका कहना
नापतौल को लेकर कार्रवाईयां की जा रही है। जिले में अब तक ६३ जांचों में २४ मामले दर्ज किए गए है। जुर्माना भी वसूला गया है। जहां सबसे अधिक तौल में लापरवाही होती है, वहां पर कार्रवाई किए जाने की तैयारियां की जा रही है।
दिलीप कुमार जडिया, प्रभारी निरीक्षक नापतौल टीकमगढ़।