टीकमगढ़. देश के साथ प्रदेश में फाइलेरिया आंकड़ों को लेकर डब्लूएचओ द्वारा एंडेमिक दस जिलों की सूची में टीकमगढ़ दर्ज है। इस सूची से बाहर निकलने जिले के दो ब्लॉकों ने सामूहिक दवा सेवन चरण और प्रीटास परीक्षाएं पास कर ली है। अंतिम टास नाम की परीक्षा पास करने के बाद टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक को फाइलेरिया मुक्ति का दर्जा दिया जाएगा। उसके लिए मलेरिया विभाग ने रात्रि में लक्ष्य अनुसार रिपोर्ट तैयार की है, लेकिन डेंगू, मलेरिया के बाद चिकनगुनिया पर प्रतिबंध नहीं लग पाया है। इसमें मुख्य लापरवाही शहर क्षेत्र में नगरपालिका और नगरपरिषद की बताई जा रही है।
जिले में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और फ ाइलेरिया पॉजिटिव के आंकड़ें दर्जनों में एकत्र हो रहे है। इन बीमारियों को खत्म करने अनेक अभियान देश, प्रदेश, संभाग और जिला स्तर पर चलाए जा रहे है, लेकिन नगरीय क्षेत्र की लापरवाही से बीमारियां कमने की जगह बढ़ती जा रही है। इन दिनों डेंगू ७४, मलेरिया ४, चिकनगुनिया एक और फाइलेरिया के आंकड़े ६१ पर पहुंच गए है। लेकिन फाइलेरिया जिले के टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक में जल्द ही खत्म हो जाएगा। अब इन ब्लॉकों को अंतिम टास चरण परीक्षा देनी होगी। इसमें सिर्फ प्रीटास चरण की दूसरी परीक्षा बड़ागांव धसान को देनी है।
जिले में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और फ ाइलेरिया पॉजिटिव के आंकड़ें दर्जनों में एकत्र हो रहे है। इन बीमारियों को खत्म करने अनेक अभियान देश, प्रदेश, संभाग और जिला स्तर पर चलाए जा रहे है, लेकिन नगरीय क्षेत्र की लापरवाही से बीमारियां कमने की जगह बढ़ती जा रही है। इन दिनों डेंगू ७४, मलेरिया ४, चिकनगुनिया एक और फाइलेरिया के आंकड़े ६१ पर पहुंच गए है। लेकिन फाइलेरिया जिले के टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक में जल्द ही खत्म हो जाएगा। अब इन ब्लॉकों को अंतिम टास चरण परीक्षा देनी होगी। इसमें सिर्फ प्रीटास चरण की दूसरी परीक्षा बड़ागांव धसान को देनी है।
१० फरवरी को पलेरा और जतारा में चलेगा अभियान
विभाग के अधिकारी ने बताया कि फ ाइलेरिया के तहत दवा सेवन अभियान पलेरा और जतारा ब्लॉक में १० फरवरी २०२५ में आयोजित किया जाएगा। इस अभियान के तहत लिधौरा, जतारा और पलेरा नगरीय क्षेत्र के साथ ३२० ग्रामों में 5 लाख 65 हजार लक्षित आबादी को दवा खिलाई जाएगी। इस कार्य के लिए 2262 दवा सेवक कार्यकर्ता और २२६ सुपरवाइजर घर घर जाकर दवा खिलाएंगे।
विभाग के अधिकारी ने बताया कि फ ाइलेरिया के तहत दवा सेवन अभियान पलेरा और जतारा ब्लॉक में १० फरवरी २०२५ में आयोजित किया जाएगा। इस अभियान के तहत लिधौरा, जतारा और पलेरा नगरीय क्षेत्र के साथ ३२० ग्रामों में 5 लाख 65 हजार लक्षित आबादी को दवा खिलाई जाएगी। इस कार्य के लिए 2262 दवा सेवक कार्यकर्ता और २२६ सुपरवाइजर घर घर जाकर दवा खिलाएंगे।
२००४ से जिले में खिलाई जा रही माइक्रो फाइलेरिया दवाएं
बताया गया कि जिले में वर्ष २००४ से फाइलेरिया दवाओं को खिलाने का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, नगरीय क्षेत्र में दवाओं का सेवन फरवरी में खिलाई जाती है। इस कार्यक्रम के कारण टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक को सामूहिक दवा सेवन चरण फाइलेरिया से मुक्त कर दिया है।
बताया गया कि जिले में वर्ष २००४ से फाइलेरिया दवाओं को खिलाने का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, नगरीय क्षेत्र में दवाओं का सेवन फरवरी में खिलाई जाती है। इस कार्यक्रम के कारण टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक को सामूहिक दवा सेवन चरण फाइलेरिया से मुक्त कर दिया है।
यह होती है परीक्षाएं
पहले सामूहिक दवा सेवन परीक्षा, दूसरा प्रीटास परीक्षा और तीसरा टास चरण परीक्षा देनी होती है। यह ब्लॉक सामूहिक दवा सेवन और प्रीटास चरण परीक्षा में पास हो गए है। अब इन्हें टास चरण की परीक्षा पास करनी है। उसके बाद फाइलेरिया मुक्त घोषत किया जाएगा।
पहले सामूहिक दवा सेवन परीक्षा, दूसरा प्रीटास परीक्षा और तीसरा टास चरण परीक्षा देनी होती है। यह ब्लॉक सामूहिक दवा सेवन और प्रीटास चरण परीक्षा में पास हो गए है। अब इन्हें टास चरण की परीक्षा पास करनी है। उसके बाद फाइलेरिया मुक्त घोषत किया जाएगा।
यह है स्थिति
जिले में मलेरिया के दो प्रकरण दर्ज है। जबकि मलेरिया की 172000 जांच लक्ष्य से 119 प्रतिशत अधिक की गई है। 3087 फाइलेरिया जांचों मेंं से 6 माइक्रो फ ाइलेरिया पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए है। प्रोटोकॉल के अनुसार12 दिन की दवा देकर ठीक किया गया है। जबकि जिले में हाथी पांव के 56 मरीज पहले से ही दर्ज है। बताया गया कि वर्ष 2024 में जतारा के मुहारा से एक, बल्देवगढ़ के चंदेरी गांव से एक, उमरिया से एक और छतरपुर से तीन पुराने प्रकरण जिले में आ जाने से इन मरीजों की संख्या बढक़र 61 हो गई है। उन्होंने बताया कि 505 डेंगू की जांचों में से 74 प्रकरण और दो प्रकरण चिकनगुनिया के दर्ज किए गए है।
जिले में मलेरिया के दो प्रकरण दर्ज है। जबकि मलेरिया की 172000 जांच लक्ष्य से 119 प्रतिशत अधिक की गई है। 3087 फाइलेरिया जांचों मेंं से 6 माइक्रो फ ाइलेरिया पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए है। प्रोटोकॉल के अनुसार12 दिन की दवा देकर ठीक किया गया है। जबकि जिले में हाथी पांव के 56 मरीज पहले से ही दर्ज है। बताया गया कि वर्ष 2024 में जतारा के मुहारा से एक, बल्देवगढ़ के चंदेरी गांव से एक, उमरिया से एक और छतरपुर से तीन पुराने प्रकरण जिले में आ जाने से इन मरीजों की संख्या बढक़र 61 हो गई है। उन्होंने बताया कि 505 डेंगू की जांचों में से 74 प्रकरण और दो प्रकरण चिकनगुनिया के दर्ज किए गए है।
इनका कहना
टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक को जल्द ही फाइलेरिया मुक्त का दर्जा मिलने वाला है। इन ब्लॉकों को सिर्फ टास चरण की परीक्षा पास करनी है। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे है। इनके लिए प्रशासन के मद्द से कम करने का अभियान चलाया जा रहा है।
एचएम रावत, जिला मलेरिया अधिकारी, टीकमगढ़, निवाड़ी।
टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक को जल्द ही फाइलेरिया मुक्त का दर्जा मिलने वाला है। इन ब्लॉकों को सिर्फ टास चरण की परीक्षा पास करनी है। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे है। इनके लिए प्रशासन के मद्द से कम करने का अभियान चलाया जा रहा है।
एचएम रावत, जिला मलेरिया अधिकारी, टीकमगढ़, निवाड़ी।