टीकमगढ़. इन दिनों जिला खाद संकट से जूझ रहा है। इसका फायदा व्यापारियों द्वारा उठाया जा रहा है। कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में थाना क्षेत्र के थाना क्षेत्र के मऊबुजुर्ग गांव में नकदी डीएपी और सुपर फास्फेट बनाना शुरू कर दिया है। पुलिस ने छापामार कार्रवाई करके १७० डीएपी खाद की बोरियों को जब्त कर चार मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने सोमवार को थाना क्षेत्र के मऊबुजुर्ग में एक खाली नवनिर्मित मकान से अवैध नकली डीएपी खाद को बड़ी मात्रा में बरामद किया गया है। पुलिस टीम द्वारा यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई है। टीम ने इस मकान से लगभग 170 नकली डीएपी खाद की बोरियों को जब्त किया और मौके से नकली खाद की बोरियों को भर रहे 4 मजदूरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी सूचना कृषि विभाग को जानकारी दी। मौके पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ग्रामसेवक मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस नकली खाद की पहचान की।
पुलिस ने सोमवार को थाना क्षेत्र के मऊबुजुर्ग में एक खाली नवनिर्मित मकान से अवैध नकली डीएपी खाद को बड़ी मात्रा में बरामद किया गया है। पुलिस टीम द्वारा यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई है। टीम ने इस मकान से लगभग 170 नकली डीएपी खाद की बोरियों को जब्त किया और मौके से नकली खाद की बोरियों को भर रहे 4 मजदूरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी सूचना कृषि विभाग को जानकारी दी। मौके पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, ग्रामसेवक मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस नकली खाद की पहचान की।
दिगौड़ा थाना प्रभारी नीरज लोधी ने बताया कि सोमवार को पुलिस टीम ने मऊबुजुर्ग गांव से नकली डीएपी खाद की 170 से अधिक बोरियों जब्त की है। पुलिस टीम ने इसकी सूचना कृषि विभाग को दी गई। वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अनुराग तिवारी कृषि विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। कृषि विभाग टीम द्वारा खाद की जांच की गई जो नकली पाई गई। कृषि अधिकारी अनुराग तिवारी ने बताया कि यह नकली खाद सुपर फ ास्फेट जैसा है, जो डीएपी खाद की बोरियों में भरा था। मौके पर कृषि विभाग द्वारा पंचनामा कार्रवाई की गई।
इनके घर में बनाया जा रहा नकली खाद
बताया गया कि मऊबुजुुर्ग निवासी प्रताप घोष उर्फ डॉक्टर के नवनिर्मित मकान में नकदी खाद बनाया जा रहा था। नकली खाद बनाने का कार्य बैदपुरा निवासी मजदूर भज्जू, सुनील, कल्यान, रामधुन, अनिल, सोनू आदिवासी किया जा रहा था। मजदूरों को बैदपुर निवासी अशोक घोष द्वारा गया गया था। पुलिस को देख अनिल, सोनू आदिवासी फरार हो गया है। तलाशी के दौरान मकान मालिक प्रताप घोष मकान पर नहीं मिला। कार्रवाई के दौरान एएसआई कल्याण सिंह, प्रधान आरक्षक आनंद सुडेले, अजय शुक्ला, अनिल रिछारिया, आरक्षक अभय वर्मा, राजेश, वरिष्ठ कृषि विभाग अधिकारी अनुराग तिवारी, ग्रामसेवक रमेश संज्ञा रहे।
बताया गया कि मऊबुजुुर्ग निवासी प्रताप घोष उर्फ डॉक्टर के नवनिर्मित मकान में नकदी खाद बनाया जा रहा था। नकली खाद बनाने का कार्य बैदपुरा निवासी मजदूर भज्जू, सुनील, कल्यान, रामधुन, अनिल, सोनू आदिवासी किया जा रहा था। मजदूरों को बैदपुर निवासी अशोक घोष द्वारा गया गया था। पुलिस को देख अनिल, सोनू आदिवासी फरार हो गया है। तलाशी के दौरान मकान मालिक प्रताप घोष मकान पर नहीं मिला। कार्रवाई के दौरान एएसआई कल्याण सिंह, प्रधान आरक्षक आनंद सुडेले, अजय शुक्ला, अनिल रिछारिया, आरक्षक अभय वर्मा, राजेश, वरिष्ठ कृषि विभाग अधिकारी अनुराग तिवारी, ग्रामसेवक रमेश संज्ञा रहे।