दिगौड़ा. मोहनगढ़ के मान सागर तालाब में मछली पकडऩे को लेकर मछुआ समिति का दूसरे पक्ष से विवाद हो गया। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग यहां जमा हो गए। शनिवार की सुबह तालाब से मछल पकडऩे को लेकर विवाद हो गया।
विवाद की सूचना मिलते ही मोहनगढ़ थाना प्रभारी बृजेंद्र ङ्क्षसह घोष दिगौड़ा थाना प्रभारी नीरज ङ्क्षसह लोधी भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई। इस पर जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम, मोहनगढ़ तहसीलदार गोङ्क्षवद ङ्क्षसह मौके पर पहुंचे और उन्होंने दोनों पक्षों की बात सुनी। इसके बाद अधिकारियों ने पकड़ी गई मछली को ठेकेदार को बेच दिया और इससे मिले रुपए समिति के खाते में जमा कराने की बात कही है। इसके बाद यह रुपए समिति के सदस्यों एवं मजदूरों को बांटे जाएंगे।
मछुआ समिति के अध्यक्ष अजुददा केवट ने समिति के सदस्यों के साथ मोहनगढ़ थाने में 20 दिसंबर को शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने भाजपा नेता अंशुल खटीक, परमा केवट, बबलू केवट व ग्यासी केवट पर आरोप लगाए थे, कि यह लोग तालाब से जबरन मछली पकड़ रहे हैं। रोकने पर यह लोग कई प्रकार की धमकियां देते हैं। मछली पकड़कर ठेकेदारों को बेच देते हैं और मछुआ समिति से नहीं पूछते हैं।
मछली बेचने के रुपए मछुआ समिति को नहीं मिलते हैं, जिससे समिति को नुकसान हो रहा है। ऐसे में शनिवार को समिति के सभी सदस्यों से इसका विरोध किया था। जसरथ केवट ने आरोप लगाया कि यह लोग अब तक तीन बार कई ङ्क्षक्वटल मछली ठेकेदारों को लाखों रुपए में बेच चुके है, लेकिन आज तक न तो मजदूरी दी गई है और न ही समिति को हिसाब दिया गया है। समिति ने इसकी पूरी जांच कर कार्रवाई करने की मांग
की है।