टीकमगढ़. बानपुर रोड मानिकपुरा के पास तिल अनुसंधान केंद्र की ४० एकड जमीन के चारों ओर पर्यावरण संरक्षण के लिए ११०० नीम के पौधे रोपे गए थे। प्रत्येक व्यक्ति ने पौधों का रोपण करके रक्षासूत्र बाधा और सुरक्षा का संकल्प लिया था। इस पौध रोपण कार्य में केंद्रीय मंत्री डॉक्टर, कलेक्टर, तत्कालीन एसपी, भाजपा जिला अध्यक्ष के साथ अन्य संगठन के सदस्य और पदाधिकारी शामिल थे। लेकिन इस समय वहां के पौधे सूख गए है। इन पौधों की सुरक्षा का संकल्प लेने वाले सदस्य एक दिन भी नहीं पहुंच पाए है।
२५ अगस्त २०२४ में पर्यावरण संरक्षण को लेकर मानिकपुरा तिल अनुसंधान केंद्र पर वृक्षा बंधन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। प्रत्येक व्यक्ति ने एक-एक नीम के पौधे का रोपण करके रक्षा सूत्र बांधा और अलगे वर्ष ११ हजार पौधों का रोपण करने का संकल्प लिया। लेकिन इन पौधों की सुरक्षा का संकल्प लेने वाले एक एक पौधों की रक्षा नहीं कर पाए। जबकि इस पर्यावरण संरक्षण कार्य की केंद्रीय मंत्री, कलेक्टर, एसपी ने सराहना की थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन पौधों की देखरेख के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष ही देखने आते है। बाकी रोपण किए गए पौधों पर रक्षासूत्र बांधकर संकल्प को भूल गए है।
२५ अगस्त २०२४ में पर्यावरण संरक्षण को लेकर मानिकपुरा तिल अनुसंधान केंद्र पर वृक्षा बंधन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। प्रत्येक व्यक्ति ने एक-एक नीम के पौधे का रोपण करके रक्षा सूत्र बांधा और अलगे वर्ष ११ हजार पौधों का रोपण करने का संकल्प लिया। लेकिन इन पौधों की सुरक्षा का संकल्प लेने वाले एक एक पौधों की रक्षा नहीं कर पाए। जबकि इस पर्यावरण संरक्षण कार्य की केंद्रीय मंत्री, कलेक्टर, एसपी ने सराहना की थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन पौधों की देखरेख के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष ही देखने आते है। बाकी रोपण किए गए पौधों पर रक्षासूत्र बांधकर संकल्प को भूल गए है।
तिल अनुसंधान केंद्र की ४० एकड जमीन किनारे रोपे थे पौधे
२५ अगस्त २०२४ रविवार की शाम भाजपा जिलाध्यक्ष की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम में आए सभी लोगों ने एक एक वृक्ष को रोपा और उस पर रक्षासूत्र बांध कर उसके संरक्षण का संकल्प लिया था। चार महीनों में ६०० से अधिक नीम के वृक्ष सूख गए है। जबकि नीम पर्यावरण संतुलन के लिए उपयुक्त है।
२५ अगस्त २०२४ रविवार की शाम भाजपा जिलाध्यक्ष की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम में आए सभी लोगों ने एक एक वृक्ष को रोपा और उस पर रक्षासूत्र बांध कर उसके संरक्षण का संकल्प लिया था। चार महीनों में ६०० से अधिक नीम के वृक्ष सूख गए है। जबकि नीम पर्यावरण संतुलन के लिए उपयुक्त है।
इनका कहना
ऊपरी हिस्से में रोपण किए गए पौधे सूख गए है। पांच सौ के करीब पौधे सुरक्षित है। जहां के पौधे सूख गए है, उन स्थानों पर दोवारा पौधों का रोपण अगले सप्ताह कराया जाएगा।
अमित नुना, जिलाध्यक्ष भाजपा टीकमगढ़।
ऊपरी हिस्से में रोपण किए गए पौधे सूख गए है। पांच सौ के करीब पौधे सुरक्षित है। जहां के पौधे सूख गए है, उन स्थानों पर दोवारा पौधों का रोपण अगले सप्ताह कराया जाएगा।
अमित नुना, जिलाध्यक्ष भाजपा टीकमगढ़।