टीकमगढ़. टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले की बारगी नदी पर वर्षों पहले लाखों रुपए का रपटा निर्माण किया गया था। लेकि न उसका निर्माण १० वर्षों से पूर्ण नहीं हो पाया है। रपटा का निर्माण कराने की मांग को लेकर दोनों जिलो के लोगों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से की है।
लुहरगुवां और खाखरौन निवासी मुन्ना वंशकार, मनोहर कुशवाहा, हरगोविंद कुशवाहा, धर्मा अहिरवार, कैलाश कुशवाहा, राकेश अहिरवार, फुं दा कुशवाहा, देवेंद्र अहिरवार, राकेश कुशवाहा ने बताया कि 10 बर्ष पूर्व बारगी नदी के बड़ेघाट पर ठेकेदार ने रिपटा निर्माण कराया था। उसके निर्माण में सीमेंट की जगह मिट्टी का पुराव किया गया है। बारिश के समय डाली गई मिट्टी बह गई है। जिससे रपटा किनारे बड़े गड्ढे हो गए है। जहां से वाहनों को निक ालने में जान जोखिम में डालनी पड़ रही है।
लुहरगुवां और खाखरौन निवासी मुन्ना वंशकार, मनोहर कुशवाहा, हरगोविंद कुशवाहा, धर्मा अहिरवार, कैलाश कुशवाहा, राकेश अहिरवार, फुं दा कुशवाहा, देवेंद्र अहिरवार, राकेश कुशवाहा ने बताया कि 10 बर्ष पूर्व बारगी नदी के बड़ेघाट पर ठेकेदार ने रिपटा निर्माण कराया था। उसके निर्माण में सीमेंट की जगह मिट्टी का पुराव किया गया है। बारिश के समय डाली गई मिट्टी बह गई है। जिससे रपटा किनारे बड़े गड्ढे हो गए है। जहां से वाहनों को निक ालने में जान जोखिम में डालनी पड़ रही है।
दोनों जिलों की सीमा पर है बारगी नदी
ग्रामीणों ने बताया कि निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत लुहरगुवां, ककावनी, गोप खिरक, मडिय़ा, पृथ्वीपुर को खाखरौन, बम्हौरी खेरा, सिद्ध गनेश, केशरीगंज, शंकरगढ़ गावों को आपस में जोड़ता है। वहीं टीकमगढ़ जिले के जतारा जनपद पंचायत की हथेरी, अचर्रा के साथ अन्य गांव लगे है। रपटा निर्माण कराने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रभारी मंत्री के साथ कलेक्टर से शिकायत की है, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत लुहरगुवां, ककावनी, गोप खिरक, मडिय़ा, पृथ्वीपुर को खाखरौन, बम्हौरी खेरा, सिद्ध गनेश, केशरीगंज, शंकरगढ़ गावों को आपस में जोड़ता है। वहीं टीकमगढ़ जिले के जतारा जनपद पंचायत की हथेरी, अचर्रा के साथ अन्य गांव लगे है। रपटा निर्माण कराने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रभारी मंत्री के साथ कलेक्टर से शिकायत की है, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।