टीकमगढ़. जिले में ७० प्लस सीनियर सिटीजन के आयुष्मान कार्ड बनाने २९ अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने शुभारंभ किया था। ३० अक्टूबर को प्रदेश सरकार ने कलेक्टर को आयुष्मान कार्ड बनाने आदेश जारी किए थे। कार्ड बनाने की जिम्मेदारी पांच विभागों के अधिकारियों को कलेक्टर ने १२ नवंबर को दी थी। जिसका आदेश भी जारी किया गया था, लेकिन किसी के द्वारा पालन नहीं किया गया। जिसके कारण १९ दिनों में २२८५ तक आयुष्मान कार्ड का आंकड़ा दर्ज कर पाए है।
70 साल की आयु पार करने वाले नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। जिले में ४५ हजार ९४२ सीनियर सिटीजन के आयुष्मान कार्ड बनाए जाना है। लेकिन अभी तक २२८५ कार्ड ही बन पाए है। काम की रफ्तार कम होने से अब विशेष अभियान शुरू करने के लिए एसडीएम, सीइओ, बीएमओ, नगरपालिका और महिला बाल विकास विभाग के नाम कलेक्टर ने आदेश जारी किए है। लेकिन उन पांच विभाग के अधिकारियों द्वारा आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ही शिविर लगा रहे है।
70 साल की आयु पार करने वाले नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। जिले में ४५ हजार ९४२ सीनियर सिटीजन के आयुष्मान कार्ड बनाए जाना है। लेकिन अभी तक २२८५ कार्ड ही बन पाए है। काम की रफ्तार कम होने से अब विशेष अभियान शुरू करने के लिए एसडीएम, सीइओ, बीएमओ, नगरपालिका और महिला बाल विकास विभाग के नाम कलेक्टर ने आदेश जारी किए है। लेकिन उन पांच विभाग के अधिकारियों द्वारा आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ही शिविर लगा रहे है।
प्रदेश में सीनियर सिटीजन के आयुष्मान कार्ड कीयह है स्थिति
सेतुएप के अनुसार मप्र में सीनियर सिटीजन आयुष्मान कार्ड बनाने में सबसे आगे बैतूल और सबसे पीछे नया जिला मऊगंज दर्ज है। टीकमगढ़ मंगलवार को ४६ वें स्थान पर पहुंच गया है। जबकि दो दिन पहले ४५ वें स्थान पर था। उसकी रफ्तार बढऩे की जगह घटती जा रही है। जो रेड जोन में दिखाई दे रहे है।
सेतुएप के अनुसार मप्र में सीनियर सिटीजन आयुष्मान कार्ड बनाने में सबसे आगे बैतूल और सबसे पीछे नया जिला मऊगंज दर्ज है। टीकमगढ़ मंगलवार को ४६ वें स्थान पर पहुंच गया है। जबकि दो दिन पहले ४५ वें स्थान पर था। उसकी रफ्तार बढऩे की जगह घटती जा रही है। जो रेड जोन में दिखाई दे रहे है।
एक नवंबर से शुरू हुआ कार्य, सात दिनों में लक्ष्य पाने दिए थे निर्देश
आयुष्मान भारत निरामय योजना के तहत जिले में 70 वर्ष के सीनियर सिटीजन के आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य 1 नवंबर से शुरू हुआ। 1९ दिन में आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य रफ्तार नहीं पकड़ पाया है। जिले में 70 वर्ष से अधिक उम्र के 45942 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया था। शासन ने सात दिन में लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए थे। लेकिन आज तक २२८५ ही कार्ड बन पाए है।
आयुष्मान भारत निरामय योजना के तहत जिले में 70 वर्ष के सीनियर सिटीजन के आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य 1 नवंबर से शुरू हुआ। 1९ दिन में आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य रफ्तार नहीं पकड़ पाया है। जिले में 70 वर्ष से अधिक उम्र के 45942 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया था। शासन ने सात दिन में लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए थे। लेकिन आज तक २२८५ ही कार्ड बन पाए है।
आयुष्मान कार्ड पर हितग्राही को 5 लाख का इलाज मुफ्त
आयुष्मान भारत निरामय योजना के तहत जारी आयुष्मान कार्ड पर हितग्राही योजना से संबद्ध निजी हॉस्पिटल में 5 लाख तक का इलाज मुफ्त करा सकता है। एक नवंबर से 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड के लिए पात्र किया गया है। इसलिए उम्र 70 वर्ष से अधिक होने पर बीपीएल सूची, संबंल योजना या अन्य किसी पात्रता की आवश्यकता नहीं है।
आयुष्मान भारत निरामय योजना के तहत जारी आयुष्मान कार्ड पर हितग्राही योजना से संबद्ध निजी हॉस्पिटल में 5 लाख तक का इलाज मुफ्त करा सकता है। एक नवंबर से 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड के लिए पात्र किया गया है। इसलिए उम्र 70 वर्ष से अधिक होने पर बीपीएल सूची, संबंल योजना या अन्य किसी पात्रता की आवश्यकता नहीं है।
मोबाइल से करा सकेंगे पंजीयन
योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को गंभीर बीमारियों जैसे हृदय रोग, हड्डी रोग, कैंसर एवं अन्य बीमारियों का इलाज शासकीय या चिह्नित निजी अस्पतालों में निशुल्क किया जाता है। इसमें प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक का इलाज कैशलेस किया गया है। आयुष्मान योजना के तीसरे फेज में कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को आसान कर दिया है। सेल्फ रजिस्ट्रेशन मोड़ में लाभार्थियों के पास वेरीफि केशन के लिए ओटीपी, आइरिस और फि ंगरप्रिंट और फेस आधारित वेरीफि केशन ऑप्शन दिए गए थे। रजिस्ट्रेशन पर घर बैठे स्मार्टफ ोन के जरिए संभव हो सका। लोगों ने इसके लिए मोबाइल फ ोन पर आयुष्मान कार्ड ऐप का इस्तेमाल किया।
योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को गंभीर बीमारियों जैसे हृदय रोग, हड्डी रोग, कैंसर एवं अन्य बीमारियों का इलाज शासकीय या चिह्नित निजी अस्पतालों में निशुल्क किया जाता है। इसमें प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक का इलाज कैशलेस किया गया है। आयुष्मान योजना के तीसरे फेज में कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को आसान कर दिया है। सेल्फ रजिस्ट्रेशन मोड़ में लाभार्थियों के पास वेरीफि केशन के लिए ओटीपी, आइरिस और फि ंगरप्रिंट और फेस आधारित वेरीफि केशन ऑप्शन दिए गए थे। रजिस्ट्रेशन पर घर बैठे स्मार्टफ ोन के जरिए संभव हो सका। लोगों ने इसके लिए मोबाइल फ ोन पर आयुष्मान कार्ड ऐप का इस्तेमाल किया।
फैक्ट फाइल
४५९४२ आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य
२२८५ ही बन पाए आयुष्मान कार्ड
इनका कहना
सीनियर सिटीजन के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। कार्डों की रफ्तार बढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी और ग्राम पंचायत सचिवों के सहयोग से कार्य किया जाएगा। कुछ विभागों को पत्र भी जारी किए है।
शोभाराम रौशन सीएमएचओ टीकमगढ़।
४५९४२ आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य
२२८५ ही बन पाए आयुष्मान कार्ड
इनका कहना
सीनियर सिटीजन के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। कार्डों की रफ्तार बढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी और ग्राम पंचायत सचिवों के सहयोग से कार्य किया जाएगा। कुछ विभागों को पत्र भी जारी किए है।
शोभाराम रौशन सीएमएचओ टीकमगढ़।